केवल 20 मिनट, लाखों का नुकसान
लाखों रुपये का नुकसान हो गया.
औरंगाबाद कार्यालय. मंगलवार की शाम औरंगाबाद में तेज तूफान व बारिश के बीच ओले गिरे. महज 20 मिनट के तूफान ने शहर से लेकर गांव तक कहर बरपा दिया. लाखों रुपये का नुकसान हो गया. जिला मुख्यालय में जगह-जगह पेड़ उखड़कर सड़क पर गिर गये. शहर की सुंदरता में चार चांद लगा रहे होर्डिंग्स हवा में ही उखड़ कर गायब हो गये. यहां तक कि बीएसएनएल का नेटवर्क भी ठप पड़ गया. डीएम व सांसद आवास के समीप पेड़ उखड़कर सड़क पर गिर गये. दानी बिगहा, फारम एरिया सहित अन्य जगहों पर भी पेड़ उखड़कर गिर गये. कई घरों के एसबेस्टस भी उड़ गये. गनिमत रही कि कुछ लोग चपेट में आने से बच गये. बिराटपुर, टिकरी मुहल्ला, शाहपुर, क्षत्रियनगर सहित अन्य इलाकों की स्थिति एक जैसी थी. रतनुआ स्थित पंजाब नेशनल बैंक परिसर में कर्मचारी की खड़ी कार पर बिजली पोल उखड़कर गिर गया, जिससे कार क्षतिग्रस्त हो गयी. शहरी इलाके में सबसे अधिक नुकसान हुआ है. हालांकि, सदर व मदनपुर प्रखंड के कुछ गांवों में कई मुर्गी फार्म के छत हवा में उड़ गये. सब्जी खेती की सुरक्षा के लिए लगायी गयी मड़ई भी तहस-नहस हो गयी. बंगरे गांव में एक फार्म का एसबेस्टस उड़कर दूर चला गया. जानकारी मिली कि कुछ लोग उस जगह मौजूद थे, जो बाल-बाल बच गये. ओले से किसानों का होगा नुकसान बारिश के दौरान तूफान और ओलावृष्टि का असर किसानी पर पड़ेगा. तेज तूफान से आम के पेड़ में लगे अधिकांश टिकोले गिर गये. जिन किसानों के खेतों में गेहूं का फसल खड़ा था उन्हें ओले से बर्बाद होने की संभावना है. वैसे भी सदर प्रखंड के बहुत से गांवों में गेहूं का फसल खेत में ही पड़ा है. तेज आवाज के साथ गिरा मोबाइल टावर, बचा आइएमए हॉल शहर के प्रियव्रत पथ में आइएमए हॉल के समीप एक विशाल मोबाइल टावर तेज तूफान की जद में आकर धराशायी हो गया. गनिमत रही कि मोबाइल टावर आइएमए हॉल पर नहीं गिरा, अन्यथा पूरा भवन ध्वस्त हो जाता और लाखों का नुकसान होता. हालांकि, दीपू कुमार नामक व्यक्ति की एक बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी. बिजली का तार भी टूटकर गिर गया. लोगों की माने तो जिस वक्त टावर गिरी उस वक्त सड़क पर लोग नहीं थे अन्यथा कई लोगों की जान जा सकती थी. वैसे आइएमए हॉल की चहारदीवारी को नुकसान पहुंचा है.