हसपुरा. सलेमपुर गांव के बाइक चालक की दुर्घटना में मौत होने के विरोध में गुरुवार की शाम सलेमपुर गांव के परिजनों व ग्रामीणों ने पटेल चौक को जाम कर प्रदर्शन किया. नारेबाजी के साथ आगजनी भी की. यही नहीं हसपुरा थाने में पहुंचकर विरोध जताया. लगभग एक घंटे तक आक्रोशित थाना व पटेल चौक में बारी-बारी से हंगामा करते रहे. ज्ञात हो कि 24 सितंबर की शाम रघुनाथपुर सड़क में रामपुर चाय मोड़ व आरा मशीन के बीच सलेमपुर गांव के लालदेव यादव की तरह जख्मी हो गया. प्रारंभिक समय में बताया गया था कि बाइक दुर्घटना में वह जख्मी हुआ. आसपास के लोगों व परिजनों के सहयोग से उसे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे रेफर दिया गया. जानकारी मिली कि गुरुवार को पटना के एक अस्पताल में लालदेव यादव की मौत हो गयी. पोस्टमार्टम के बाद जब शव गांव पहुंचा, तो परिजन व गांव वाले आक्रोशित हो गये. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण हसपुरा थाना पहुंचे और विरोध जताया. इसके बाद सभी पटेल चौक पहुंच गये एवं सड़क जाम कर नारेबाजी की. आक्रोशितों का कहना था कि लालदेव यादव की मौत दुर्घटना में नहीं हुई, बल्कि पुरहारा गांव के लोगों ने उसे पीट-पीटकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया था. किसी व्यक्ति को बाइक की चपेट में आने के बाद पुरहारा गांव के ग्रामीणों ने मारपीट की. आक्रोशितों ने थाना पहुंचकर कहा कि घटना दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या है. इसकी जांच हो और आरोपितों को गिरफ्तार किया जाये. अगर ऐसा नहीं हुआ तो ग्रामीण आगे भी आंदोलन करेंगे. इधर, जानकारी मिली कि पुलिस के पदाधिकारियों के साथ-साथ सीओ कौशल्या कुमारी ने कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया.
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