औरंगाबाद शहर. जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कुटुंबा प्रखंड अंतर्गत विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया. स्कूल, रेफरल अस्पताल, पंचायत सरकार भवन का औचक निरीक्षण किया व संबंधित अधिकारियों एवं कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. सर्वप्रथम रिसियप विशुनपुर प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान सभी शिक्षक उपस्थित थे. छात्र एवं छात्राओं की उपस्थिति कम दर्ज पायी गयी जिसपर जिलाधिकारी ने खेद प्रकट करते हुए उपस्थिति संख्या बढ़ोतरी का निर्देश दिया. इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा उच्च विद्यालय, रिसियप का निरीक्षण किया गया. उच्च विद्यालय रिसियप में सभी शिक्षक उपस्थित पाये गये. सभी विद्यार्थी पठन-पाठन में कार्य में लगे हुए थे. प्रधानाध्यापक द्वारा डीएम से शौचालय की मरम्मत व चहारदीवारी का निर्माण कराने का अनुरोध किया गया. इस पर डीएम ने उपस्थित बीइओ को उक्त कार्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया. इसके बाद रिसियप पंचायत सरकार भवन का निरीक्षण किया. पाया कि वहां सभी पंचायत कर्मी अनुपस्थित थे. जिलाधिकारी द्वारा बीडीओ, सीओ एवं बीपीआरओ को स्पष्टीकरण करते हुए सभी अनुपस्थित कर्मियों का वेतन बंद करने का निर्देश दिया. पंचायत सरकार भवन में ही विशेष सर्वेक्षण का कार्य चलाया जा रहा था, जहां उपस्थित ग्रामीणों से डीएम ने समस्या सुनी एवं सहायक बंदोबस्त अधिकारी एवं कानूनगो को सही जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. साथ ही साथ संबंधित प्रपत्र ग्रामीणों से प्राप्त कर प्रतिदिन वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया. डुमरा पंचायत सरकार भवन में निरीक्षण के दौरान वहां सिर्फ राजस्व कर्मचारी एवं सरपंच उपस्थित थे. जिलाधिकारी द्वारा अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन बंद करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया. डीएम ने यहां के बाद अंबा चिल्हकी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया. फिर कस्तूरबा बालिका विद्यालय एवं छात्रावास के निरीक्षण के दौरान सभी कक्षा में पंखा एवं बिजली कनेक्शन उपलब्ध पाया. शौचालय, स्नानघर एवं किचन में टाइल्स लगाने का भी निर्देश प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को दिया. कझपा पीएचसी में निरीक्षण के दौरान दो एएनएम उपस्थित पाई गईं. अस्पताल में बिजली कनेक्शन नहीं होने की शिकायत मिली. जिलाधिकारी द्वारा डीपीएम स्वास्थ्य को तीन दिन के अंदर बिजली कनेक्शन बहाल करने का निर्देश दिया गया. स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मुख्य पथ से पीएचसी तक पहुंच नहीं उपलब्ध बताया गया. उपस्थित ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि पहुंच पथ हेतु सरकारी भूमि उपलब्ध है. डीएम ने सीओ को भूमी मापी कर 10 फीट का पहुंच पथ निर्माण कराने हेतु प्रस्ताव समर्पित करने का निर्देश दिया. वहीं अंबा रेफरल अस्पताल के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सभी चिकित्सक मौजूद थे. दवाई वितरण का कार्य सुचारू रूप से संचालन हो रहा था. मरीज की संख्या अधिक थी. अस्पताल परिसर के कॉरिडोर में पंखा की कमी पाई गई. डीएम ने अस्पताल प्रबंधक को पंखा लगाने का निर्देश दिया.
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