अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर हेलीकॉप्टर से भेजे जायेंगे मतदान कर्मी

. इसके लिए प्रशासन द्वारा तैयारी कर ली गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 15, 2024 10:14 PM

औरंगाबाद. स्वच्छ, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने को लेकर प्रशासन पूरी तरह सजग दिख रही है. लोकसभा क्षेत्र के हर एक बूथ का सर्वे किया गया है. बूथ पर मतदान कर्मी कैसे पहुंचेंगे और उन्हें क्या-क्या सुविधा प्रदान की जायेगी. इसके लिए प्रशासन द्वारा तैयारी कर ली गयी है. औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र अंतर्गत कई अति संवेदनशील बूथों पर चुनाव कराने के लिए विशेष पुलिस बल की व्यवस्था की गयी है. ऐसे बूथों पर केंद्रीय पुलिस बल लगाये जायेंगे. इसके साथ ही जिन बूथों पर मतदान कर्मियों को जाने में समस्या आ सकती है, वैसे बूथों पर कर्मियों को हेलीकॉप्टर से भेजा जायेगा. इसके लिए आवश्यक तैयारी कर ली गयी है. हालांकि, ऐसे अधिकतर बूथ गया जिला क्षेत्र के अंतर्गत हैं, जो औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में पड़ते हैं. गया के निर्वाचन पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एम एस ने इसके लिए औरंगाबाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी को पत्र लिखा है. उन्होंने बताया है कि औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र अंतर्गत गया में पड़ने वाले कई बूथ अति संवेदनशील हैं, जहां मतदान कर्मी हेलीकॉप्टर से भेजे जायेंगे. चुनाव संपन्न होने के उपरांत मतदान कर्मी इवीएम व वीवीपैट जमा करने हेलीकॉप्टर से औरंगाबाद पहुंचेंगे. उन्होंने इवीएम एवं वीवीपैट संग्रह केंद्र के समीप हेलीपैड बनाने एवं मतदान दल को सुरक्षित वाहन से संग्रहण केंद्र तक पहुंचने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है. गया के निर्वाचन पदाधिकारी के पत्र के आलोक में औरंगाबाद डीएम श्रीकांत शास्त्री ने पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर लैंडिंग कराने का निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दिया है. पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था नहीं, रात में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं स्टैक्टिक्स मजिस्ट्रेट कुटुंबा. कुटुंबा थाना क्षेत्र के पश्चिमी छोर पर अंबा -नवीनगर पथ पर शिवपुर के समीप एवं तुरता मोड़ पर सभी वाहनों की सघन जांच की जा रही है. इसके लिए कुटुंबा थाना के पुलिस पदाधिकारी के साथ-साथ एक स्टैक्टिक्स मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है. ड्यूटी में तैनात अधिकारी उक्त पथ से गुजरने वाले वाहनों की तलाशी ले रहे है. हालांकि, वाहन जांच स्थल पर पुलिस बल की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट असुरक्षित महसूस कर रहे है. जानकारी के अनुसार रविवार की रात एसएसटी दंडाधिकारी कृष्ण मुरारी प्रसाद की ड्यूटी थी. रात में महज दो पुलिस बल के जवान मिलने से वे असहज महसूस कर रहे थे. उन्होने जिला कंट्रोल रूम को फोन कर बताया है कि इन्हें जरूरत के अनुसार पुलिस बल नहीं मिले है. एसआइ अजीत कुमार व दो होम गार्ड के जवान के साथ पहाड़ की तलहटी में रात बिताना पड़ा है. कुटुंबा थानाध्यक्ष अक्षयवर सिंह ने बताया कि उक्त स्थल पर सीआरपीएफ जवान को तैनात कर दिया गया है. उक्त एरिया अति संवेदनशील माना जाता है. दो दशक पहले दिन भी लोग उक्त पथ से होकर गुजरने में सहमते थे. सहमे क्यों नही, जब रात में बगैर पर्याप्त पुलिस बल के पहाड़ के समीप वाहन जांच करना पड़े.

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