दाउदनगर में 13 घंटे से भी अधिक समय तक गुल रही बिजली

तेज बारिश के कारण औरंगाबाद व सोननगर से आनेवाले हाइटेंशन तार हुआ ब्रेक डाउन

By Prabhat Khabar News Desk | August 3, 2024 10:55 PM

दाउदनगर. शुक्रवार को तेज हवा के साथ हुई मूसलाधार बारिश का सीधा असर बिजली आपूर्ति पर दिखा. दाउनगर में रात से जो बिजली आपूर्ति ठप हुई वह शनिवार को पूरे दिन तक नहीं आयी. विभागीय सूत्रों से पता चला कि बारिश के दौरान हवा के तेज झोंके के कारण औरंगाबाद व सोननगर से आने वाले 33 हजार वोल्ट के हाई टेंशन लाइन में ब्रेकडाउन हो गया. इस वजह से दाउदनगर में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गयी. दाउदनगर को औरंगाबाद और सोननगर (बारुण) ग्रिड से बिजली आपूर्ति होती है. दोनों लाइनों में ब्रेकडाउन हो जाने के कारण शनिवार को भी दिनभर बिजली आपूर्ति ठप रही. शाम में करीब पौने पांच बजे आपूर्ति बहाल हुई. वह भी पूरे शहर में नहीं. पता चला कि औरंगाबाद ग्रिड से ओबरा तक के तकनीकी फाल्ट को समाप्त कर शहर में बिजली आपूर्ति बहाल की गयी, लेकिन लल्लु फ्लावर मिल तक ही बिजली आपूर्ति बहाल हुई. उसके बाद फॉल्ट को खोजा जा रहा था. पुराना शहर इलाके में देर शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल होने की उम्मीद थी. वहीं बारुण से डिहरा तक के फाल्ट को भी देर शाम तक दुरुस्त किये जाने की उम्मीद थी. जानकारी मिली कि औरंगाबाद से ओबरा के बीच और बारुण से डिहरा के बीच ब्रेकडाउन हुआ. 33 हजार लाइन में तकनीकी फाल्ट उत्पन्न हो गया. शनिवार की शाम तक फॉल्ट खोजने का काम किया गया और बिजली आपूर्ति ठप रही. वहीं, दाउदनगर में भी कई स्थानों पर 11 हजार के हाई टेंशन तार और पोल को क्षति पहुंची है. अरई, पिलछी, शमशेर नगर व अंछा में तार पर पेड़ गिरने से तार और पोल टूट गया. टाउन में भी ब्रेकडाउन हो गया. पासवान चौक के पास 11 केवीए के तार पर पेड़ गिर गया. इसी तरह कई स्थानों पर टेक्निकल फॉल्ट उत्पन्न हुए. बारिश होने पर 33 हजार के हाई टेंशन लाइन में हमेशा ब्रेकडाउन होने की बात सुनने को मिलती है, जिसके कारण दाउदनगर में कई घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रहती है. लोगों का कहना है कि इस समस्या का स्थाई समाधान निकलना चाहिए. हाल के वर्षों में उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ी है. लोग बिजली पर ही निर्भर हुए हैं. ऐसी स्थिति में बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है. वहीं, विभागीय सूत्रों से पता चला कि अंछा में बन रहे पावर ग्रिड का निर्माण कार्य पूरा होने और उसे चालू होने के बाद ही समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है. यह भी पता चला कि पावर ग्रिड में कंस्ट्रक्शन वर्क चल रहा है.

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