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जिले में वर्षा अनुपात रहा 67.9 एमएम

झमाझम बारिश से मायूस किसानों के चेहरे खिले

झमाझम बारिश से मायूस किसानों के चेहरे खिले औरंगाबाद/कुटुंबा़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में गुरुवार की दोपहर से लेकर देर रात और फिर शुक्रवार को मूसलाधार बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे. बारिश से मौसम का पारा भी लुढ़क गया है. पिछले दिनों की अपेक्षा मौसम के तापमान में कमी आयी है. आम लोगों को उमस गर्मी से राहत मिली है. इधर, धान की रोपनी शुरू करने के लिए पुनर्वस नक्षत्र की बारिश खेतिहरों के लिए वरदान साबित हुई है. क्षेत्रों के आहर-पोखर से लेकर बधार में पानी का जमाव दिखने लगा है. झारखंड के पठारी भाग में बारिश होने से कुछ देर के लिए सूखी बतरे और बटाने दोनों नदियों का जल स्तर बढ़ गया है. इसके पहले उत्तर कोयल नहर की बदहाली से किसान काफी चिंतित थे. अभी तक जिले की धरती नहर के पानी के लिए तरस रही थी. किसान बारिश के लिए आसमान को निहार रहे थे. इधर, आसाढ़ महीने के अंतिम चरण की बारिश होने से धरती जल-थल हो गयी है. बारिश से खेतों की जुताई शुरू हो गयी है. हालांकि, किसानों को खेतिहर मजदूरों की कमी सता रही है. कोई भी मजदूर किसान के खेत में काम करने को तैयार नहीं है. अभी तक सिर्फ इक्के-दुक्के किसान इलेक्ट्रिक मोटर पंप की बदौलत धान की फसल लगाये थे. अब बारिश के साथ-साथ किसानों में धान की रोपनी शुरू होने की उम्मीद जगी है. वैसे झारखंड के बॉर्डर एरिया के कई किसान सिंचाई के अभाव में अभी तक नर्सरी बिचड़ा नहीं डाले हैं. इधर, बारिश के दौरान ठनका गिरने से कई जगह बिजली आपूर्ति ठप हो गयी. ऐसे में एकाएक पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गयी है. संवाद लिखे जाने तक कुटुंबा प्रखंड के जमुआ, बैरांव और माली फीडर क्षेत्र में बिजली नहीं आयी है. इधर, अंबा के नवीनगर रोड में नाला जाम रहने से कई लोगों के घर में पानी प्रवेश कर गया. बाजार के व्यवसायियों ने आनन-फानन में जेसीबी मशीन लगाकर कूड़ा-कचरा हटाया. इसके बाद राहत मिली. स्थानीय रामपुर गांव निवासी रिटायर्ड बीएओ रामचंद्र सिंह, अचल कर्मी शिवनाथ पांडेय, मुड़िला गांव के अरुण पांडेय, कुटुंबा के रिटायर्ड शिक्षक राजेश्वर सिंह आदि बुद्धिजीवियों ने बताया कि बारिश से भूजल स्तर ऊपर आयेगा. लोगों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी. 24 घंटे में 67.9 एमएम बारिश, कुटुंबा में सबसे अधिक जुलाई में अभी तक मूसलाधार बारिश नहीं हुई थी. जिला सांख्यिकी विभाग के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार से लेकर शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक कुटुंबा प्रखंड में सबसे अधिक 115.6 एमएम बारिश हुई है. वैसे पूरे जुलाई महीने में 208.2 एमएम बारिश हुई है. गोह प्रखंड में 24 घंटे के अंदर 39.2 एमएम बारिश हुई, पर शुरू जुलाई से अब तक 315.4 एमएम बारिश हुई है. नवीनगर में 110.4 एमएम और कुल 198.4 एमएम बारिश हुई है. सदर प्रखंड में 24 घंटे के अंदर 55.2 और कुल मिलाकर 125. 2 एमएम बारिश हुई है. बारूण में 24 घंटे के अंदर 42.2 और कुल 130.6 एमएम बारिश हुई. दाउदनगर में 84.2 और कुल 148 एमएम बारिश हुई. हसपुरा में 41.8 और कुल 167.2 एमएम बारिश हुई. मदनपुर में 90.4 और कुल 131.3 एमएम बारिश हुई. नवीनगर में 110.4 और कुल 198.4 एमएम बारिश हुई. ओबरा में 84.4 और कुल 238.8 एमएम बारिश हुई तथा रफीगंज में 24 घंटे के अंदर 43.6 तथा अबतक 165 8 एमएम बारिश हुई है. वैसे अलग-अलग प्रखंड में 24 घंटे के अंदर बारिश 747.2 एमएम बारिश हुई है. एसएसओ ब्रजेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में वर्षा का वास्तविक अनुपात 24 घंटे के अंदर 67.9 एमएम दर्ज किया गया है. वैसे जुलाई माह में 323.3 एमएम बारिश का औसतन अनुपात है. अभी तक 179.8 एमएम बारिश हो गयी है. क्या बताते हैं मौसम वैज्ञानिक मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने कहा कि औरंगाबाद समेत बिहार के सभी जिलों में माॅनसून सक्रिय है. मेघ गर्जन के साथ वर्षा होने की संभावना है. इस बीच वज्रपात से इंकार नहीं किया जा सकता है. बिजली चमकने पर सतर्क रहने की जरूरत है.

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