रक्षाबंधन आज

भाईयों की कलाई पर राखी बांध बहनें लेंगी रक्षा का वचन

By Prabhat Khabar News Desk | August 18, 2024 9:35 PM

भाईयों की कलाई पर राखी बांध बहनें लेंगी रक्षा का वचन औरंगाबाद शहर. जिले में आज सोमवार को रक्षाबंधन मनाया जायेगा. भाईयों की कलाई पर राखी बांध बहनें सदैव रक्षा करने का वचन लेंगी. रक्षाबंधन को लेकर बहनों में खासा उत्साह है. आखिर हो भी क्यों नहीं. राखी बांधने के बाद भाईयों से उपहार जो मिलेगा. वहीं भाईयों ने भी अपनी बहनों को पसंदीदा उपहार देने की तैयारी कर रखी है. हालांकि, इसके लिए भाईयों को जेब भी थोड़ी ढीली करनी होगी. वैसे भाई-बहनों के अप्रतीम प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन की तैयारी काफी पहले ही शुरू हो गयी थी और बेसब्री से इस दिन का इंतजार था, जो आज खत्म हो गया. आज सावन का अंतिम सोमवार व पूर्णिमा का संयोग भी बन रहा है. ऐसे में लोग शिवालयों में पूजा-अर्चना करने के लिए भी पहुंचेंगे. भगवान शिव की सच्चे मन से पूजा-अर्चना के बाद बहनें रक्षाबंधन मनायेंगी. रक्षाबंधन को लेकर बाजार में रविवार को ग्राहकों की भीड़ उमड़ी रही. पूरे दिन युवतियों ने अपनी मन-पसंद राखियों की खरीदारी की. राखी, मिठाई व उपहार की दुकानों पर पूरे दिन ग्राहकों का तांता लगा रहा. देर रात तक बाजार में ग्राहक जमे रहे और जमकर खरीदारी की. भाईयों ने अपनी प्यारी बहनों के लिए कपड़े व अन्य उपहार की भी खरीदारी की. पूरा बाजार राखी की दुकानों से पटा हुआ है. शहर के रमेश चौक से लेकर धर्मशाला मोड़ तथा महाराजगंज रोड में सड़क किनारे राखी दुकानें सजी हुई हैं. वहीं मुहल्लों में भी रंग-बिरंगी व आकर्षक डिजाइनों में राखियां बेची जा रही हैं. बहनों ने आकर्षक डिजाइनों में राखी की खरीदारी की, तो भाईयों ने अपने बजट को देखते हुए उपहार खरीदे. बाजार में 10 से एक हजार तक फैंसी राखी उपलब्ध बाजार में 10 रुपये से एक हजार रुपये तक की राखियां उपलब्ध हैं. दिल्ली व कोलकाता की फैंसी राखियों की डिमांड खूब रही, जबकि सोने व चांदी की राखियों की भी खरीदारी हुई. बाजार में चांदी की राखी 800 से 1500 रुपये की रेंज में उपलब्ध है. वहीं सोने की राखी के लिए कम-से-कम 14 हजार रुपये खर्च करने पड़े. इससे ऊपर के रेंज में भी सोने की राखी बाजार में उपलब्ध है. इधर, पंडितों ने राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त का ख्याल रखने को कहा है. कहा कि इस रक्षाबंधन पर भद्रा का ग्रहण लगा है. इस कारण सुबह में शुभ मुहूर्त के अभाव के कारण राखी बांधना वर्जित रहेगा. दोपहर में 1.24 बजे के बाद राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है. इसके बाद ही बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधें, तो उचित होगा. भाइयों की कलाई पर राखी बांधने की बहनों ने तैयारी पूरी, की खरीदारी फोटो 52 राखी की खरीददारी करती महिलाएं दाउदनगर रक्षाबंधन को लेकर शहर व ग्रामीण बाजार में राखी की खरीदारी करने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी. बहनें मनपसंद आकर्षक राखी खरीदने में जुटी रहीं. दूर-दराज में रहने वाले अपने भाइयों के लिए राखियों को डाक और कूरियर के माध्यम से भी भेजा है. पूरे दिन राखी व मिठाई दुकानों पर भी भीड़ देखने को मिली. शहर के चूड़ी बाजार, बजाजा रोड, चावल बाजार, बाजार चौक, भखरुआं मोड़ समेत शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक राखी व मिठाइयों की दुकानें सजी रहीं. हालांकि, राखी दुकानदारों का कहना है कि बीते वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष उतनी बिक्री नहीं देखने को मिल रही है. एक राखी विक्रेता ने बताया कि अधिकांश राखी कोलकाता और दिल्ली के बाजार से मंगवाये गये हैं. छह सौ रुपये कीमत तक की राखी बाजार में उपलब्ध हैं. बाजार में राखी की बिक्री पहले के अनुरूप नहीं हो पायी है. अब कुछ लोग राखी खरीद कर डाक के माध्यम से भेजने से अधिक ऑनलाइन संबंधित भाई के पते पर सीधे भेजना पसंद करते हैं. इसके कारण भी समस्या बढ़ी है. दूसरी तरफ चांदी की राखी की बिक्री भी इस बार पूर्व की अपेक्षा कम हुई है. स्वर्णकार आभूषण व्यवसायी संघ के अध्यक्ष डॉ प्रो राजेंद्र प्रसाद सर्राफ ने बताया कि इस बार छह सौ से लेकर 15 सौ रुपये तक मूल्य की राखी बाजार में उपलब्ध है, लेकिन पूर्व की अपेक्षा बिक्री कम है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version