26 को मनाया जायेगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का त्योहार
जन्माष्टमी को लेकर सनातन धर्मावलंबियों में उत्साह, तैयारी जोरों पर
औरंगाबाद/अंबा. इस बार श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का त्योहार 26 अगस्त यानी सोमवार को मनाया जायेगा. धार्मिक अनुष्ठान को लेकर धर्मावलंबियों में बेहद उत्साह है. जिले के विभिन्न ठाकुरबाड़ी से लेकर सुदूर ग्रामीण इलाके में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी जोरों पर है. ज्योतिर्विद डॉ हेरंब कुमार मिश्र और आचार्य राधेकृष्ण पांडेय उर्फ गुड्डू पांडेय ने बताया कि 26 अगस्त को दिन में सुबह 8:20 बजे के बाद से अष्टमी तिथि आरंभ हो रही है, जो अगले दिन प्रातः छह बजकर 35 मिनट तक रहेगी. इसके साथ ही रात में नौ बजकर 10 मिनट से रोहिणी नक्षत्र भी शुरू हो रहा है. इसके कारण इसी दिन रोहिणी युक्ता अष्टमी की जायेगी. इस दिन निशीथ व्यापिनी अष्टमी और रोहिणी होने के कारण जयंती योग शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहा है. डॉ मिश्र ने बताया कि रात में 11 बजकर 05 मिनट पर चंद्रोदय होगा. इसके साथ ही विधिवत व्रत की पूजा अर्चना शुरू होगी. ज्योतिर्विद डॉ मिश्र और आचार्य श्री पांडेय ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के प्रति भक्तों की पूरी आस्था रहती है. इस दिन श्रद्धालु उपवास रखकर मध्य रात्रि में श्रीकृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल का पूजन, झूलन, प्रसाद ग्रहण और भजन गीत के साथ रात्रि जागरण करते हैं. परंपरा के अनुसार सिंघाड़े का हलवा, हल्दी का हलवा, साबूदाना, धनिया का पंजिरी और माखन मिश्री के साथ ऋतुफल से श्रद्धापूर्वक भगवान को भोग लगाया जाता है. अगले दिन जन्माष्टमी व्रत का पारण 27 अगस्त को प्रातः काल किया जायेगा. विदित हो कि जन्माष्टमी को लेकर श्रीकृष्ण ठाकुरबाड़ी परता, पंचदेव धाम चपरा और सतबहिनी मंदिर परिसर के समीप भगवान की मूर्त्ति व मंदिर आकर्षक ढंग से सजाये जा रहे हैं. श्रद्धापूर्वक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत करने से सुख समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है. वहीं नकारात्मक शक्तियां नष्ट होती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है