श्रेया की मौत के विरोध में तीसरे दिन भी नवीनगर में सन्नाटा, बाजार की तमाम दुकानें बंद
शहरी बाजार के साथ-साथ तंग गलियों में भी लगाये गये बैरिकेडिंग
नवीनगर. 11वीं की छात्रा व अभय सिंह की पुत्री श्रेया कुमारी की मौत के बाद का बवाल व आक्रोश नहीं थम रहा है. पुलिस की कार्यशैली को लेकर परिजनों व स्थानीय लोगों में आक्रोश है. शव मिलने के तीसरे दिन भी नवीनगर बाजार की तमाम दुकानें बंद रही. थाना मोड, बस स्टैंड, न्यू एरिया, मंगल बाजार, शनिचर बाजार, जनकपुर पोखरा की दुकान सुबह से ही बंद रही. आवागमन पूरी तरह बाधित रहा. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. आक्रोशित पुलिस प्रशासन की कार्य शैली पर आक्रोश जता रहे थे. मुख्य सड़कों व चौक-चौराहों के साथ ही गली के रास्ते को भी बाधित कर दिया गया था. मेडिकल, दूध, पानी, एंबुलेंस जैसी इमरजेंसी सेवाओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा. यूं कहे कि घटना के विरोध में आक्रोश शांत नहीं हो सका है. श्रेया को न्याय दिलाने के लिए जद्दोजहद जारी है. रविवार को शहरी बाजार के साथ-साथ तंग गलियों में बैरिकेडिंग लगाया गया था. लोग पुलिसिया जांच के अंतिम फैसले का इंतजार कर रहे है. बड़ी बात यह है कि इस घटना से संबंधित पोस्ट से सोशल मीडिया भरे पड़े है. आम लोग तरह-तरह के सवाल दाग रहे है. पुलिसिया जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी. श्रेया के परिजनों से मिले लवली आनंद व आनंद मोहन शनिवार की रात नवीनगर गैस गोदाम के समीप स्थित श्रेया के आवास पर शिवहर की सांसद लवली आनंद, पूर्व सांसद आनंद मोहन, विधायक चेतन आनंद और चेतन की पत्नी डॉ आयुषी ने पहुंचकर पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. श्रेया के पिता अभय सिंह और मां उर्मिला सिंह सहित अन्य परिजनों को ढांढ़स बंधाया. कहा कि घटना हृदयविदारक है. पीड़ित परिवार के साथ वे तब तक खड़े रहेंगे, जब तक पूरी तरह न्याय नहीं मिल जाता. नवीनगर का हमारा परिवार ऋणी है. एक-एक व्यक्ति परिवार का सदस्य है. पूर्व सांसद ने एसपी व स्थानीय थानाध्यक्ष से मोबाइल पर बात कर घटना से संबंधित जानकारी ली और जल्द खुलासा करने पर जोर दिया. इस दौरान उप प्रमुख लव सिंह, पूर्व मुखिया लाल गोविंद सिंह, पूर्व मुखिया सत्येंद्र सिंह, समाजसेवी सुरेंद्र सिंह, पैक्स अध्यक्ष दीपक तिवारी, अशोक सिंह, वीरेंद्र सिंह, राहुल रावत, निखिल कुमार, अरविंद सिंह, सुजीत सिंह आदि लोग मौजूद थे. पीड़ित परिवार से मिलकर बंधाया ढांढ़स करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित सिंह उज्जैन, प्रदेश कार्य समिति अध्यक्ष अमित सिंह, उपाध्यक्ष अनुराग सिंह राठौड़, रोहतास जिला अध्यक्ष शक्ति परमार, राष्ट्रवादी जन लोक पार्टी के जिलाध्यक्ष दिवेश सिंह उर्फ ढंढन सिंह, संगठन मंत्री नीतीश सिंह, जिला सचिव राजन सिंह सिसोदिया, मीडिया प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह, आरा संसदीय क्षेत्र प्रत्याशी मनमोहन सिंह, प्रदेश मंत्री सुनील सिंह, छात्र नेता भवानी सिंह, पूर्व विधायक सोम प्रकाश आदि ने श्रेया के परिजनों से मिलकर ढांढ़स बंधाया. गंभीरता से हो घटना की जांच : कमलेश नवीनगर. नवीनगर की छात्रा श्रेया की हत्या को लेकर हुसैनाबाद विधायक व एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह ने कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है. नवीनगर की छात्रा 11 जून को घर से कोचिंग के लिए निकली थी, जो घर वापस नहीं लौटी. लापता होने के तीन बाद नाबालिग का शव पुलिस ने सोन नहर से बरामद किया है. नवीनगर की घटना बेहद शर्मनाक है. पुलिस गंभीरता से इसकी जांच कराये और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाये. पुलिस की कार्यशैली असंतोषजनक : सुशील औरंगाबाद के पूर्व सांसद व भाजपा नेता सुशील कुमार सिंह ने श्रेया की मौत की निंदा की है. उन्होंने कहा कि श्रेया हत्याकांड में पुलिस प्रशासन के रवैये से जनता में असंतोष है. कार्रवाई में देरी होने से आक्रोश बढ़ा है. इसे दबाया नहीं जा सकता. स्पीडी ट्रायल चलाकर दोषियों को कठोर से कठोर सजा मिले. कुटुंबा में युवाओं ने सड़क जामकर किया प्रदर्शन अंबा. नवीनगर में श्रेया की मौत का जिले भर में विरोध हो रहा है. जिले के हर तबके के लोग घटना को निंदनीय बता रहे हैं. रविवार को कुटुंबा प्रखंड में अंतर्गत विभिन्न जगहों पर भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. आसपास के युवाओं ने कुटुंबा के बिचला मोड़ पर सड़क जाम कर आवागमन बाधित कर दिया. विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग सड़क जामकर मृतक का श्रेया को न्याय दिलाने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शन कर रहे लोगों में प्रशासन के प्रति आक्रोश देखने को मिला. उनका कहना था कि घर से कोचिंग के लिए निकली छात्रा का शव 40 किलोमीटर दूर इंद्रपुरी डैम के समीप बरामद हुआ है. इससे पुलिस की नाकामी स्पष्ट दिख रही है. लोगों का कहना था कि पुलिस मामले की लीपापोती करने में लगी है. निष्पक्ष जांच के बजाय मौत को आत्महत्या करार देने में जुटी है. आक्रोशित लोग पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी कई तथ्यों को छिपाने का आरोप लगा रहे थे. कहा कि अगर श्रेया को न्याय नहीं मिला तो आंदोलन और भी तेज होगा. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने आरोपितों को स्पीडी ट्रायल चला कर फांसी देने की मांग की. इस मौके पर चुलबुल कुमार सिंह, टुनटुन सिंह, सूरज कुमार, बिट्टू सिंह समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे.
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