औरंगाबाद शहर : औरंगाबाद जिले में शुक्रवार को कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज मिलने पर उसे मगध मेडिकल रेफर कर दिया गया. मरीज विगत 10 मार्च को ही ओमान से वापस अपने घर कुटुंबा लौटा है. डॉक्टरों ने पीड़ित मरीज के साथ रहे उसकी पत्नी व भाई को भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी है.
सदर अस्पताल इलाज कराने पहुंचे संदिग्ध मरीज के शारीरिक लक्षण को देखते हुए ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर जन्मेजय कुमार ने उसके कोरोना संक्रमित होने का संदेह जताया और जांच कराने का निर्देश दिया. संदिग्ध मरीज संजय पासवान कुटुंबा प्रखंड के एरका गांव का रहनेवाला है. वह अपने भाई मंटू कुमार व पत्नी गीता देवी के साथ इलाज कराने पहुंचा था. जैसे ही सदर अस्पताल में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज के आने की सूचना फैली कि अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया. सदर अस्पताल में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर से लेकर स्वास्थ्यकर्मी मास्क लगाकर घूमने लगे. वैसे एहतियात बरतते हुए संदिग्ध मरीज को तत्काल सदर अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया.
इसके बाद तत्काल पीड़ित मरीज को बेहतर इलाज के लिए गया मगध मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल प्रबंधक ठाकुर चंदन सिंह ने बताया कि पीड़ित की पत्नी और भाई से पता चला कि वह पिछले लगभग 10 महीने से ओमान में था और नौकरी करता था. कुछ दिनों पूर्व उसकी तबीयत खराब हो गयी थी. प्रारंभिक इलाज कराया, लेकिन सुधार नहीं हुआ. इसके बाद वह 10 मार्च को वापस घर लौट आया.
स्थानीय स्तर पर इलाज करवाया, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो सका. इसके बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचा. वहीं, अस्पताल प्रबंधक ने बताया है कि पीड़ित मरीज को मगध मेडिकल रेफर किया गया है. जब तक मरीज की जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक कोरोना वायरस से संक्रमित कहना जल्दबाजी होगी. इधर, डॉक्टरों ने पीड़ित मरीज के साथ रहे उसकी पत्नी व भाई को भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी है.