औरंगाबाद/नवीनगर. पड़ोस के एक युवक से प्यार करना किशोरी को भारी पड़ गया. उसके घर वालों ने ही किशोरी को घर से भागने से पहले बेरहमी से पहले पीटा और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. साक्ष्य को मिटाने के लिए शव को तालाब में फेंका और उसके प्रेमी पर ही हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया, लेकिन जांच में सच उजागर हो गया. किशोरी के हत्यारे दबंग दादा-दादी, चचेरे भाई समेत चार हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे गहन पूछताछ की गयी, जिसमें चौंकाने वाले सच आरोपितों ने उगला. यह सनसनीखेज मामला नवीनगर थाना क्षेत्र के एक गांव से जुड़ा है. मृतका किशोरी उसी गांव के रहने वाली थी. इस घटना में मृतका के दादा घुरा पासवान, दादी भगमतिया देवी, चचेरा भाई राहुल कुमार उर्फ टिमल पासवान, रवि कुमार व मृतका के प्रेमी विवेक चौहान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस घटना की चर्चा पूरे इलाके में जोरों पर है. हर कोई कह रहा है ये हत्या नहीं बल्कि रिश्ते का कत्ल है. 21 अगस्त को मृतका के पिता ने नवीनगर थाना में पुत्री को गायब होने से संबंधित गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी. 23 अगस्त की सुबह फूटहरवा के उत्तर पोखरा से पुलिस ने शव को बाहर निकालकर उसकी पहचान करायी. मामला संदेह के घेरे में होने की वजह से एसपी स्वप्ना जी मेश्राम ने घटना के सफल उद्भेदन के लिए टीम गठित की. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार पांडेय के निर्देश पर घटनास्थल पर तत्काल एफएसएल टीम, डॉग स्क्वाड की टीम व जिला आसूचना इकाई टीम को बुलाया गया. मृतका के शव का पोस्टमार्टम औरंगाबाद में मेडिकल बोर्ड द्वारा किया गया. इसके बाद मृतका की दादी भगमतीया देवी द्वारा 23 अगस्त को आवेदन दिया गया, जिसके आधार पर नवीनगर थाना कांड संख्या 220/24 दर्ज की गयी. इसमें मृतका के तथाकथित प्रेमी विवेक चौहान के साथ कई लोगों को आरोपित बनाया गया. पुलिस ने विवेक चौहान को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. कांड के तकनिकी अनुसंधान, वैज्ञानिक अनुसंधान तथा साक्षियों एवं अभियुक्त के स्वीकरोक्ति बयान में मामले का खुलासा हो गया. एसपी स्वप्ना जी मेश्राम ने बताया कि मृतका का प्रेम प्रसंग विवेक चौहान के साथ था. विवेक चौहान के साथ घर से भागकर शादी करना चाहती थी, जो अंतरजातीय था. इसकी जानकारी मृतका के परिजन को हुई तो सामाजिक प्रतिष्ठा-मान मर्यादा को बचाने के उद्देश्य से मृतका की हत्या उसके चचेरा भाई एवं दादा-दादी द्वारा कर दी गयी. शव को छिपाने के उद्देश्य से गांव के उत्तर पोखरा में फेंक दिया गया तथा उसकी गुमशुदगी का आवेदन थाने में दिया गया. मृतका की दादी ने खुद आवेदन दी. शव बरामद होने के उपरांत उसकी हत्या का आरोप विवेक चौहान व उसके परिजनों के पर लगाया गया था. अग्रेतर अनुसंधान में उक्त घटना में ऑनर किलिंग की बात पायी गयी. तत्पश्चात कांड में अग्रीम अनुसंधान करते हुए आरोपित राहुल कुमार उर्फ टिमल पासवान (20 ), रवि कुमार (19), भगमतीया देवी, घुरा पासवान को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार सभी परिजनों द्वारा सामाजिक प्रतिष्ठा के कारण बच्ची की हत्या की बात स्वीकार कर ली गयी है. पुलिस ने आगे की कार्रवाई की. अनुसंधान टीम में एसडीपीओ के अलावे साइबर थाना के पुलिस उपाधीक्षक डॉ अनु कुमारी, पुलिस निरीक्षक शंभु कुमार, नवीनगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय, दारोगा नरेंद्र कुमार, रामइकबाल यादव, जितेंद्र कुमार आदि शामिल थे.
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