मदनपुर. पिता की डांट-फटकार से गुस्से में आकर बेटी भाग कर चाची के पास चली गयी और चाची ने ही उसका सौदा कर दिया. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब चाची पुलिस के हत्थे चढ़ गयी और भतीजी बरामद हो गयी. मामला रफीगंज प्रखंड से संबंधित है. बरामदगी और गिरफ्तारी से संबंधित जानकारी सदर एसडीपीओ दो अमित कुमार ने सोमवार को मदनपुर स्थित कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता के दौरान साझा की. उन्होंने बताया कि रफीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला इशरत जहां ने रफीगंज थाने में पिछले माह 27 जून को आवेदन दिया गया था कि उसकी नाबालिग बेटी कहीं चली गयी है. आवेदन के आधार पर रफीगंज थाना कांड संख्या 280/24 अंकित कर अनुसंधान प्रारंभ की गयी. घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी गयी. इसके बाद अपहृता की बरामदगी को लेकर टीम का गठन किया गया. गठित टीम द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए अपहृता को चेन्नई से बरामद कर लिया गया. बरामदगी के पश्चात प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक गीतांजलि कुमारी द्वारा अपहृता का बयान भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 180 के तहत दर्ज किया गया, तो खुलासा हुआ कि अपहृता पिता के डांट-फटकार के बाद अपनी चाची शहजादी बेगम के घर चली गयी थी. किसी तरह शहजादी ने जबरदस्ती खीरा में कुछ मिलाकर खिला दिया, जिससे वह बेहोश हो गयी. इसके बाद चाची द्वारा अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर उसे किसी के हाथों बेच दिया गया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अपहृता की चाची शहजादी बेगम को उसके ही गांव स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया. एसडीपीओ ने बताया कि इस घटना में शामिल अन्य लोगों का सत्यापन किया जा रहा है. उनकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस कार्रवाई कर रही है. छापेमारी दल में प्रशिक्षु डीएसपी सह रफीगंज थानाध्यक्ष चंदन कुमार ठाकुर, प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक गीतांजलि कुमारी, सिपाही श्रवण कुमार, मनीष कुमार और प्रीति कुमारी शामिल थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है