भगवान भरोसे 52 मंदिरों की पर्वतीय शृंखला उमगा
करोड़ों की मूर्तियों को नहीं मिल रही सुरक्षा
मदनपुर. धार्मिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण उमगा पहाड़ पर स्थित मंदिर की सुरक्षा भगवान भरोसे है. यानी कि अपने मंदिरों की भगवान खुद ही सुरक्षा कर रहे है. मंदिरों में स्थापित प्रतिमाओं की कीमत करोड़ों में है. दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की जान पर खतरा बना रहता है, लेकिन प्रशासन को तनिक भी इसकी चिंता नहीं है. सुरक्षा में सेंधमारी कर किसी दिन कोई घटना का अंजाम दे- दे तो पुलिस प्रशासन के पास हाथ मलने के अलावा कुछ नहीं बचेगा. वैसे भी उमगा पहाड़ पर 52 मंदिरों की शृंखला है. प्रत्येक दिन सैकड़ों श्रद्धालु इन मंदिरों में पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन मंदिर के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई भी कदम नहीं उठाये गये है. स्थानीय थाने की पुलिस की कभी ड्यूटी ही नहीं लगती और न ही रात्रि गश्त के समय कोई पहरा ही लगता है. मंदिर समिति के लोग सिर्फ पूजा-पाठ से मतलब रखते हैं. आश्चर्य की बात तो यह है कि मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समिति सदस्यों द्वारा भी कोई पहल नहीं की जाती है. उमगा पहाड़ के ऊंचे शृंखला पर स्थित गौरी शंकर की प्रतिमा को कुछ वर्ष पहले क्षति पहुंचायी गयी थी. उस वक्त लोगों में काफी असंतोष का भाव देखा गया था. आये दिन पहाड़ पर श्रद्धालुओं के साथ छीनतई की भी घटना होती रहती है. कुछ वर्ष पहले उमगा पहाड़ पर घूमने आये श्रद्धालु के साथ असामाजिक तत्वों द्वारा छीनतई की गयी थी. वहीं, रविवार की रात यानी 25 अगस्त को उचक्कों द्वारा मंदिर में चोरी की घटना काे अंजाम दिया गया. उमगा पहाड़ पर स्थापित भगवान गणेश की प्रतिमा चोरी करने का प्रयास किया गया था. हालांकि, चोर इसमें सफल नहीं हो सके थे. आज भी गणेश जी की प्रतिमा थाना परिसर स्थित मंदिर में रखी हुई है.
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