जनता ने कर दिया फैसला, अब चार जून का इंतजार
उसी दिन प्रत्याशियों के हार-जीत की घोषणा होगी.
औरंगाबाद. औरंगाबाद लोकसभा सीट के लिए चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला जनता ने शुक्रवार को वोट के जरिये कर दिया. हालांकि, जनता के फैसले को जानने के लिए अभी चार जून तक इंतजार करना जोगा जब मतों की गिनती की जायेगी. उसी दिन प्रत्याशियों के हार-जीत की घोषणा होगी. औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 2039 मतदान केंद्रों पर शुक्रवार को वोट डाले गये. प्रशासनिक सजगता का आलम यह रहा कि कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं आयी और शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हुआ. नामांकन के बाद प्रत्याशी लगातार जनता के संपर्क में थे और अपने पक्ष में सहयोग करने की अपील कर रहे थे. जनता ने अच्छी तरह सभी प्रत्याशियों की सुनी और फिर शुक्रवार को मताधिकार का प्रयोग करते हुए अपना फैसला सुना दिया. प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला इवीएम में कैद हो गया. अब चार जून को मतगणना होगी और इसके बाद उनकी हार-जीत की घोषणा की जायेगी. मतदाता पूरे उत्साह के साथ बूथों पर पहुंचे और अपने पसंदीदा उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाला. औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 1871564 है. औरंगाबाद लोकसभा में छह विधानसभा हैं, जिसमें औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र में सुबह सात से शाम छह बजे तक वोट डाले गये. जबकि, कुटुंबा, रफीगंज, गुरुआ, इमामगंज व टिकारी विधानसभा क्षेत्रों में शाम चार बजे तक वोटिंग हुई. मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने के लिए इवीएम को सील किया गया और फिर कड़ी सुरक्षा के साथ उसे शहर के सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में बनाये गये बज्रगृह में जमा किया गया. बज्रगृह की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. नियंत्रण कक्ष से रखते रहे नजर समाहरणालय के सभागार में नियंत्रण कक्ष बनाया गया था, जहां से वरीय पदाधिकारी लगातार विधि व्यवस्था पर नजर बनाये रखे. नियंत्रण कक्ष में आयी शिकायतों के आधार पर तत्काल एक्शन हुआ और समस्याओं का समाधान किया गया. शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराना प्रशासन की प्राथमिकता थी और इसके लिए हर आवश्यक तैयारियां की गयी थी. चुनाव के मद्देनजर हजारों लोगों पर धारा 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की गयी थी. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार नजर रखी गयी. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आकाश से लेकर जमीन तक प्रशासन की चौक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था थी. औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में हवाई मार्ग से निरीक्षण किया गया. सैकड़ों अर्द्धसैनिक बल जिसमें सीआरपीएफ, बीएसएफ, बीएमपी, एसएसबी, कोबरा, एसटीएफ, बिहार पुलिस, होमगार्ड के जवानों को लगाया गया था. दूसरों राज्यों या दूसरे जिलों से आने वाले सभी लोगों पर पैनी नजर रखी गयी. धीरे-धीरे मतदान एक्सप्रेस ने पकड़ी रफ्तार @ 11 बजे – 19.00% @ 1 बजे – 33.99% @ 3 बजे – 42.02% @ 6 बजे – 50.02 % औरंगाबाद लोकसभा सीट के लिए मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण संपन्न हुई. लोकसभा क्षेत्र में 2039 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गये. निर्धारित समय पर मतदान प्रक्रिया शुरू हुई. प्रारंभ में औरंगाबाद में मतदान एक्सप्रेस की रफ्तार थोड़ी धीमी दिखी. हालांकि, समय के साथ धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ती गयी. कई बूथों पर समय से मतदान प्रक्रिया शुरू नहीं होने की शिकायत मिली. कहीं 10 मिनट तो कहीं आधा घंटा विलंब से मतदान शुरू हुआ. मतदान को लेकर शहर से ज्यादा ग्रामीण इलाकों में उत्सुकता दिखी. वोटिंग शुरू होने से पहले ही बूथों पर मतदाताओं की कतार लग गई थी. पुरुष के साथ-साथ महिलाएं भी मतदान केंद्रों पर घंटों कतार में लगी रहीं और बारी आने पर अपना वोट डाला. कड़ी धूप में भी इनका जोश कम नहीं हुआ और घंटों कतार में लगकर मतदान किया. सुबह 11 बजे तक 19 प्रतिशत मतदान हुआ. दोपहर एक बजे तक 33.99 प्रतिशत तथा दोपहर तीन बजे तक 42.02 फीसदी वोटिंग हुई. शुरुआती दौर में काफी कम पड़े वोट शहरी मतदान केंद्रों पर इक्का-दुक्का मतदाता दिखे. समय से वोटिंग शुरू हुई लेकिन उत्साह के साथ शहरी मतदाता मतदान केंद्रों पर नहीं पहुंचे. औरंगाबाद जिला मुख्यालय के अधिकांश बूथों का यही आलम रहा. शुरूआती दौर में काफी कम मतदान पड़े. शहर के वीआइपी मतदान केंद्रों की स्थिति सबसे अधिक खराब रही. जिला पर्षद में तीन बूथ हैं जिनपर पूरे दिन इक्का-दुक्का मतदाता वोट डालते दिखे. यहां बूथ नंबर 183, 184 और बूथ नंबर 185 हैं, जिनपर वोट डाले गये. पीएचईडी कॉलोनी बूथ, गेट स्कूल बूथ, रामाबांध बूथ समेत अन्य मतदान केंद्रों पर भी यही स्थिति रही. मतदान को लेकर युवाओं में खासा उत्साह दिखा. खासकर नये वोटर पूरे जोश से बूथ पर पहुंचे और बेहतर सरकार के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया. कई युवाओं ने पहली बार मतदान किया और खुशी का इजहार किया. इनका कहना था कि पहली बार मताधिकार का प्रयोग कर काफी अच्छा लगा. उनकी इच्छा है कि देश में सशक्त सरकार का निर्माण हो और राष्ट्र का सर्वांगीण विकास हो. मतदान को लेकर बूथों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था दिखी. वहीं, मतदान को लेकर पर्याप्त पुलिस बलों को दंडाधिकारियों के साथ तैनात किया गया है. बूथों पर मल्टी लेयर सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी. हेलीकाप्टर से भी नक्सल प्रभावित इलाकों के बूथों की निगरानी की गयी. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम श्रीकांत शास्त्री और एसपी स्वप्ना जी मेश्राम लगातार व्यवस्था का जायजा लेते रहे. जिला निर्वाचन पदाधिकारी व एसपी ने घूम-घूम कर विभिन्न मतदान केंद्रों का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिये. विधानसभावार मतदाताओं की संख्या औरंगाबाद विधानसभा कुल मतदाता- 279393 पुरुष मतदाता- 170035 महिला मतदाता- 155636 थर्ड जेंडर – 5 कुटुंबा विधानसभा कुल मतदाता- 279393 पुरुष- 147376 महिला- 132014 थर्ड जेंडर- 3 रफीगंज विधानसभा कुल मतदाता- 341606 पुरुष- 179298 महिला- 162308 गुरुआ विधानसभा कुल मतदाता- 291913 पुरुष- 151802 महिला- 140109 थर्ड जेंडर- 2 इमामगंज विधानसभा कुल मतदाता- 311888 पुरुष- 161826 महिला- 150053 थर्ड जेंडर- 9 टिकारी विधानसभा कुल मतदाता- 319251 पुरुष- 166626 महिला- 152611 थर्ड जेंडर- 14 किस विधानसभा में कितने पड़े वोट औरंगाबाद – 49.93 कुटुंबा- 51.85 रफीगंज- 49.39 गुरुआ- 51.84 इमामगंज- 51.19 टिकारी- 48.43 टोटल – 50.00