जिले का तापमान हुआ 48.2 डिग्री
एक सप्ताह तक भीषण गर्मी व लू की कहर से नहीं मिलेगी राहत
औरंगाबाद/कुटुंबा. सूर्य को रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही प्रकृति की निगाहें बेरुखी हो गयी है. आकाश मंडल में नौतपा की शुरुआत हो गयी है. सूर्य की प्रचंड किरणें काफी तेज हो गयी है. आसमान से अंगारे बरस रहे है. धरती आग उगल रही है. ऐसे में आम जनजीवन बेहाल है. आसमान में विचरण करने वाले पक्षियों के साथ-साथ वनप्राणियों का जीवन- जीना मुश्किल हो गया है. प्रायः सुबह आठ बजे के बाद से लेकर संध्या पांच बजे तक लोग खुले आसमान के नीचे घूमने की जुर्रत नहीं कर रहे हैं, फिर भी भीषण गर्मी सता रही है. चिलचिलाती धूप से बचने के लिए लोग अपने घरों में दुबक जा रहे हैं. अस्पतालों में उल्टी, दस्त के साथ साथ-साथ पेट दर्द व सिर दर्द के साथ लू लगने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. मौसम विशेषज्ञो की मानें तो अभी सप्ताह भर लू की थपेड़ों से राहत मिलने वाली नहीं है. मंगलवार को मौसम का अधिकतम तापमान 47.7 डिग्री व न्यूनतम तापमान 28.9 डिग्री दर्ज किया गया. बुधवार तापमान बढ़कर 48.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. एसी व कूलर काम नहीं कर रहे है. इधर, 25 मई से रोहिणी नक्षत्र के साथ-साथ नौतपा की शुरुआत हो गयी है जो दो जून तक अनवरत रहेगा. इन नौ दिनों में सूर्य पृथ्वी के काफी करीब रहते हैं, जिससे गर्मी काफी बढ़ जाती है. सूर्य के नजदीक रहने से पृथ्वी का तापमान भी नौ दिनों तक सबसे अधिक रहता है. हालांकि, बेहतर खरीफ मौसम के लिए नौतपा का तपना अच्छा माना गया है. नौतपा के दौरान बरतें एतिहायत ज्योतिर्विद डॉ मिश्र ने बताया कि इस तरह के विपरीत मौसम में निंबू पानी, लस्सी, मट्ठा (छांछ), खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूजे का भरपूर प्रयोग करना चाहिए. आम नागरिक को चाहिए कि लू व भीषण गर्मी से बचाव के लिए घर से बाहर निकलते समय सिर को ढक कर रखना चाहिए. साथ ही प्यास लगने पर पानी खूब पीना चाहिए. क्या हैं जानकारी देते हैं पशु चिकित्सक जिला पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सक चलंत डॉ शैलेंद्र कुमार ने बताया कि ऐसे मौसम में पशुओं को धूप एवं लू से बचाव के लिए हवादार पशुगृह अथवा छायादार वृक्ष के नीचे रखना चाहिए. गौशाला में ठंडी रहे इसके लिए दीवारों पर जूट की टाट लटका कर उसपर थोड़ी-थोड़ी देर पर पानी का छिड़काव करना चाहिए. संभव है तो पंखे या कूलर का उपयोग करें. पशुओं के शरीर में जल एवं लवण की कमी को ध्यान में रखकर दिन में कम से कम चार बार स्वच्छ जल पिलाना कराना चाहिए. इसके साथ ही संतुलित आहार के साथ-साथ उचित मात्रा में खनिज मिश्रण देना चाहिए. मानसून आने से पूर्व पशुओं को गलाघोंटू एवं ब्लैक क्वार्टर (एचएस एवं बीक्यू) रोग से बचाव के लिए टीकाकरण अवश्य करा लेना चाहिए. तापमान बढ़ने से पशु भी हीटवेव की चपेट में आ रहे है. पशुओं में तेज बुखार तो कुछ पशुओं के बुखार डाउन करने की शिकायत मिल रही है. ऐसी स्थिति में पशुपालक समीप के पशु चिकित्सक से संपर्क स्थापित कर तत्काल उपचार कराने का प्रयास करें. उन्होंने बताया कि इसके लिए विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. क्या हैं मौसम वैज्ञानिक की राय मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने बताया कि जिले में 30 मई को दिन में भीषण लहर व उष्ण रात्रि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. शुक्रवार 31 मई को भी उष्ण लहर लू का येलो अलर्ट है. मौसम पूर्वनुमान के अनुसार आगामी पांच दिन यानि गुरुवार से लेकर सोमवार तीन जून तक वातावरण का अधिकतम तापमान 43 से लेकर 45 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है. इस दौरान हवा के रुख के अनुसार तापमान में वृद्धि भी हो सकती है. वहीं, न्यूनतम तापमान 27 से लेकर 29 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. संभव हो तो आकाश में विचरण करने वाले पक्षियों के पीने के लिए खुले स्थान या छत पर मिट्टी के बर्तन में पानी रखने का प्रयास करें.
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