वज्रगृह की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था, देर रात तक जमा हुईं इवीएम
रात करीब एक बजे तक इवीएम जमा करने का सिलसिला चलता रहा
औरंगाबाद शहर. औरंगाबाद लोकसभा सीट के लिए पहले चरण में 19 अप्रैल को हुए मतदान के बाद देर रात तक इवीएम व वीवीपैट जमा किया गया. औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत छह विधानसभा सीट आते हैं जिसमें औरंगाबाद, कुटुंबा, रफीगंज तथा गया जिले के गुरुआ, इमामगंज व टिकारी विधानसभा शामिल हैं. इन सभी जगहों पर 2039 मतदान केंद्रों पर वोटिंग करायी गयी. औरंगाबाद विधानसभा छोड़कर कुटुंबा, रफीगंज, गुरुआ, इमामगंज और टिकारी विधानसभा क्षेत्रों के बूथों पर सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक मतदान की प्रक्रिया चली. जबकि, औरंगाबाद विधानसभा में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोट डाले गये. इसके बाद जिला मुख्यालय स्थित सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में बनाये वज्रगृह में मतदान कर्मियों ने इवीएम व वीवीपैट जमा कराये. सभी छह विधानसभा क्षेत्रों से आये इवीएम को जमा कराने को लेकर अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. सिन्हा कॉलेज के बाहर जाम लग गया, जिससे आवागमन प्रभावित हो गया. मतदान केंद्रों से इवीएम लेकर आये वाहन इस जाम में फंसे रहे. घंटों सिन्हा कॉलेज के बाहर ऐसी ही स्थिति बनी रही. मतदान केंद्रों से इवीएम लेकर आये कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. देर रात तक मतदान कर्मियों ने इवीएम जमा कराये. जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की रात करीब एक बजे तक इवीएम जमा करने का सिलसिला चलता रहा. गुरुआ व अन्य विधानसभा के पीठासीन पदाधिकारियों द्वारा चुनाव से संबंधित लिफाफे को भरकर नहीं लाने से परेशानी हुई. उन्हें वज्रगृह स्थल पर लिफाफा भरना पड़ा, जिससे काफी समय लगा. इस दौरान डीडीसी अभ्येंद्र मोहन सिंह, एसडीओ संतन कुमार सिंह समेत अन्य वरीय पदाधिकारी मौके पर मौजूद रहे. विधि व्यवस्था बनाने में पदाधिकारियों की टीम लगी रही. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इवीएम जमा की गयी और वज्रगृह को सील कर दिया गया. इस दौरान प्रत्याशियों तथा प्रतिनिधि मौजूद रहे. इलेक्ट्रॉनिक लॉक लगाये गये. बताया गया कि वज्रगृह की सुरक्षा व्यवस्था त्रिस्तरीय है. सीसीटीवी कैमरे से लगातार निगरानी रखी जायेगी. अब मतगणना के दिन चार जून को वज्रगृह खोला जायेगा और इवीएम निकाली जायेगी. इसके बाद मतों की गिनती होगी. वज्रगृह के बाहर सुरक्षा बल तैनात किये गये है. वीवीपैट व इवीएम खराब होने की मिली थी शिकायत मतदान के दौरान विभिन्न बूथों पर वीवीपैट मशीन व इवीएम खराब होने की शिकायत मिली थी. कहा गया कि गर्मी के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई थी. कुटुंबा प्रखंड में 22 वीवीपैट मशीन खराब हुई थी जो काफी है. पिछली बार की अपेक्षा यह संख्या अधिक है. देव में एक-एक वीवीपैट व इवीएम खराब हुई थी, जिसे बदलकर नया लगाया गया था. प्रपत्र में भरकर इसकी जानकारी चुनाव आयोग को दी गयी.