भखरूआ मोड़ की साफ सफाई पर प्रति माह हो रहे दो लाख रुपये खर्च
राजस्व के मामले में नगर पर्षद का इनकम शून्य
दाउदनगर. नगर पर्षद के दो लाख रुपये से भी अधिक की राशि प्रतिमाह भखरूआ मोड़ की सफाई में खर्च होते हैं, लेकिन राजस्व के मामले में इस इलाके से एक रुपया भी प्राप्त नहीं होता है, जबकि भखरूआ मोड़ का इलाका दाउदनगर अनुमंडल मुख्यालय का व्यवसायिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण इलाका है. इस इलाके में बड़े-बड़े मॉल, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, बैंक, होटल, रेस्टूरेंट,एजेंसी आदि स्थित है. बाहर का कोई भी व्यक्ति यदि इस इलाके में पहुंचता है, तो प्रथम दृष्ट्या उसे यही लगता है कि यह इलाका दाउदनगर शहर का हिस्सा है. लेकिन, स्थिति यह है कि यह शहर का हिस्सा न होकर तरारी पंचायत का हिस्सा है. भखरूआ मोड़ चौराहा से पटना रोड में नहर पुल तक और गोह-गया रोड में उपकारा तक का इलाका शहरी क्षेत्र में न होकर ग्रामीण क्षेत्र में आता है. जबकि पटना रोड में ही नहर पुल के पास के बाद का इलाका और गया रोड में उप कारा के बाद का इलाका व बुधन बिगहा, संसा रोड का एक हिस्सा शहरी क्षेत्र के अंतर्गत आता है. वहीं बीच का हिस्सा कटकर ग्रामीण क्षेत्र के अंतर्गत आ गया है. यही स्थिति भखरूआ बाजार रोड में भी है. मुख्य नहर पर स्थित पुल का पूर्वी भाग से भखरूआ मोड़ चौराहा तक का इलाका ग्रामीण क्षेत्र और पश्चिमी भाग में बाजार का इलाका शहरी क्षेत्र के अंतर्गत आता है. प्रमुख व्यवसायिक प्रतिष्ठान इसी इलाके में स्थित है. हाल के वर्षों में नये भवनों व मार्केट काॅम्प्लेक्स का निर्माण भी हुआ है. यदि देखा जाये तो सफाई जैसी मूलभूत सुविधा का लाभ तो नगर पर्षद द्वारा इस इलाके में पहुंचाया जा रहा है, लेकिन इस इलाके से नगर पर्षद को कोई राजस्व की प्राप्ति नहीं हो रही है. मकानों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के निर्माण में भी निर्धारित मापदंड को देखने वाला कोई नहीं है. चारों पथों में एनएच का इस्तेमाल ही अस्थायी बस स्टैंड के रूप में किया जा रहा है. यह इलाका पूरी तरह शहर की तरह दिखता है, जबकि वर्तमान में शहर का हिस्सा है ही नहीं. नगर पर्षद के स्टैंडिंग कमेटी सदस्य डॉ केदारनाथ सिंह ने बताया कि भखरूआ मोड़ की सफाई में प्रतिमाह दो लाख रुपये से भी अधिक की राशि नगर पर्षद द्वारा खर्च की जा रही है. नप की सफाई कार्य करा रही तरक्की एनजीओ द्वारा इस इलाके की सफाई के लिए सुबह और शाम 10-10 सफाई कर्मी रखे गये है. सड़कों पर झाड़ू भी लगवाया जाता है. कूड़ा-कचरा का उठाव कराया जाता है. दो शिफ्टों में सफाई करायी जाती है. बता दें कि भखरूआ थाना नंबर 75 को नगर पर्षद में शामिल किये जाने की कवायद शुरू कर दी गयी है. जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र, नजरी नक्शा प्रतिवेदन के साथ अपने मंतव्य सहित उपलब्ध कराने का निर्देश बीडीओ और सीओ दिया गया है.अब देखने वाली बात यह होगी कि बीडीओ और सीओ द्वारा उक्त प्रक्रिया कब तक पूरी की जाती है. वैसे स्टैंडिंग कमेटी सदस्य डॉ केदारनाथ सिंह ने बताया कि इस संबंध में दोनों पदाधिकारियों से मिलकर इस संबंध में आवश्यक पहल की जायेगी.
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