औरंगाबाद कार्यालय. पांच सितंबर यानी डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर औरंगाबाद जिले के तीन शिक्षकों को राजकीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. ये तीनों वैसे शिक्षक है जिन्होंने अपने-अपने विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक कार्यों पर ध्यान दिया. वैसे पूरे बिहार से राजकीय पुरस्कार के लिए शिक्षा विभाग द्वारा 41 शिक्षकों का चयन किया गया है, जिसमें तीन शिक्षक औरंगाबाद के हैं. निदेशक प्राथमिक शिक्षा मिथिलेश मिश्र द्वारा जारी पत्र के अनुसार जिला मुख्यालय स्थित अनुग्रह मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक उदय कुमार सिंह के अलावा मध्य विद्यालय सिंदुआर दाउदनगर में पदस्थापित प्रभारी प्रधानाध्यापिका मृदुला कुमारी सिन्हा और कुटुंबा प्रखंड के मध्य विद्यालय रत्तीखाप में पदस्थापित शिक्षिका दिव्या रश्मि को राजकीय पुरस्कार के लिए चयन किया गया है. निदेशक प्राथमिक शिक्षा द्वारा बताया गया है कि शिक्षक दिवस पर राजकीय शिक्षक पुरस्कार के लिए उक्त शिक्षकों का चयन किया गया है. पांच सितंबर को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में उन्हें सम्मानित किया जायेगा. ज्ञात हो कि तीनों चयनित शिक्षकों में प्रधानाध्यापक उदय कुमार सिंह अपने शैक्षणिक अंदाज के लिए चर्चित रहे है. अपने विद्यालय को उन्होंने प्राइवेट विद्यालयों से भी बेहतर बनाने की हर संभव कोशिश की. इस विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था को नजदीक से देखने से ही स्पष्ट होता है कि यहां पदस्थापित शिक्षकों ने कैसे अपनी तत्परता से विद्यालय को बुलंदियों पर पहुंचाया. हालांकि, उदय को इस बार राजकीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित होने का कयास लगाया भी जा रहा था. वैसे मृदुला कुमारी सिन्हा और दिव्या रश्मि को भी शैक्षणिक क्षेत्र में बेहतर करने का इनाम मिला है. कुटुंबा प्रखंड में राजकीय शिक्षक पुरस्कार प्राप्त करने वाली दिव्या रश्मि चौथी शिक्षिका है. इनसे पहले 2020 में चंद्रेशखर प्रसाद साहू, 2021 में जितेंद्र कुमार सिन्हा और 2022 में सुमंत कुमार पुरस्कार पा चुके है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है