बिहार के इस जिले में फिर मिले अयोग्य और फर्जी BPSC शिक्षक, शिक्षा विभाग ने तीन दिनों में मांगा स्पष्टीकरण

औरंगाबाद में बीपीएससी से नियुक्त शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच के दौरान 20 अयोग्य शिक्षक पकड़े गए हैं. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने पत्र जारी कर इन सभी से पूछा है कि कि क्यों न आप सभी का औपबंधिक नियुक्ति पत्र रद्द कर दिया जाए. इसका जवाब देने के लिए शिक्षकों को तीन दिन का समय दिया गया है.

By Anand Shekhar | July 27, 2024 7:59 PM
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Bihar Teacher: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की अनुशंसा पर सरकारी स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों के शैक्षणिक और पूर्व शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में अयोग्य शिक्षक पकड़े जा रहे हैं. औरंगाबाद जिले में एक बार फिर 20 अयोग्य शिक्षक पकड़े गए हैं. इसमें 10 अयोग्य शिक्षकों से पहला स्पष्टीकरण मांगा गया है, जबकि अन्य 10 फर्जी शिक्षकों से दूसरा स्पष्टीकरण मांगा गया है. माना जा रहा है कि इन सभी शिक्षकों की नौकरी जाएगी.

किसी की योग्यता उचित नहीं तो किसी के मार्क्स कम

शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना की ओर से यह कार्रवाई की गई है. टीआरई 2.0 में चयनित अभ्यर्थियों के शैक्षणिक और पूर्व शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच की गई तो योग्यता उचित नहीं पाई गई. कुछ दूसरे राज्यों के निवासी हैं और निर्धारित शिक्षक पात्रता परीक्षा में उनके पास कम अंक हैं, जबकि कुछ ने पंचायत शिक्षक के पद पर कार्यरत रहते हुए नियमित माध्यम से स्नातक की परीक्षा पास की है. इसी तरह अन्य अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों में भी त्रुटियां हैं.

इन शिक्षकों से मांगा गया स्पष्टीकरण

जिले के देव प्रखंड के कमलादेवी हाइ स्कूल खडीहा में कार्यरत शिक्षिका प्रिया कुमारी, गोह एनकेएचएस बैजलपुर की शिक्षिका आकांक्षा, एमएस हुंडराही विद्यालय में कार्यरत पूजा वर्मा, बारुण अपग्रेड हाई स्कूल टहल अंबा में कार्यरत कविता कुमारी, कुटुंबा आरके हाइ स्कूल में कार्यरत गुड़िया कुमारी, रफीगंज एमएस हाई स्कूल बरुणा में कार्यरत पूजा कुमारी, औरंगाबाद नौगढ़ उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत प्रमोद कुमार रवि, नवीनगर के मंझियावा अपग्रेड हाई स्कूल में कार्यरत खुशबू कुमारी, मदनपुर के घोड़ाडिहरी उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत प्रियंका कुमारी तथा दाउदनगर के बेलवा अपग्रेड हाई स्कूल में राजीव रंजन कुमार से स्पष्टीकरण पूछा गया है.

पूछा गया, क्यों नहीं रद्द किया जाए नियुक्ति पत्र?

जारी पत्र में कहा गया है कि इन सभी के पास अपेक्षित योग्यता नहीं है, लेकिन विभाग को गुमराह कर आवेदन किया गया है. तय समय के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब दें कि क्यों न आप सभी का औपबंधिक नियुक्ति पत्र रद्द कर दिया जाए.

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इन शिक्षकों से भी मांगा गया जवाब

मदनपुर के धोबडीहा मिडिल में कार्यरत तृप्ति मौर्य, अंजनवा एमएस स्कूल में कार्यरत कुलसुम जहां, दाउदनगर के लाला अमौना एमएस स्कूल में कार्यरत रीना कुमारी, गोह के एमएस बसावनपुर में कार्यरत नम्रता पांडेय, रफीगंज के पौथू हाई स्कूल में कार्यरत संषोत कुमार, औरंगाबाद के बंभडीह मिडिल स्कूल की रीना कुमारी और एनपीएस रविकर बिगहा स्कूल में कार्यरत कुमार गौरव, कुटुंबा के सड़सा-सड़सी में कार्यरत रीना यादव,हसपुरा के एनपीएस दरबारी बिगहा डिंडिर में कार्यरत आलोक कुमार शुक्ला तथा बारुण के अपग्रेड हाई स्कूल टहल अंबा में कार्यरत अंजना कुमारी से स्पष्टीकरण पूछा गया है.

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