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जिले के 26 थानों में खुला महिला हेल्प डेस्क

निर्भिक व बेहिचक अपनी पीड़ा सुना सकेंगी पीड़िताएं

औरंगाबाद शहर. जिले की पीड़ित महिलाएं व युवतियां अब निर्भिक व बेहिचक होकर पुलिस के समक्ष अपनी पीड़ा सुना सकेंगी. इसके लिए जिले के 26 थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है. इस महिला हेल्प डेस्क में एक महिला पदाधिकारी हमेशा तैनात रहेंगी. वे पीड़िता (महिलाएं) की समस्याएं सुनेंगी और त्वरित कार्रवाई करेंगी. एसपी स्वप्ना जी मेश्राम द्वारा जिले के थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है. यहां महिलाएं घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, दुर्व्यवहार, छेड़खानी, यौन-उत्पीड़न सहित अपनी विभिन्न प्रकार की समस्याएं व शिकायतें दर्ज करा सकेंगी. यहां दर्ज होने वाली सभी शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए पीड़िता को न्याय दिलाया जायेगा. महिला सशक्तीकरण तथा पीड़ित महिलाओं की ससमय सहायता करने व उन्हें न्याय दिलाने के उद्देश्य से थानों में महिला हेल्प डेस्क स्थापित किया गया है. अच्छी बात यह है कि सभी महिला हेल्प डेस्क पर पुलिस अधीक्षक द्वारा महिला पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गयी है, जहां पीड़ित महिलाएं निःसंकोच तथा बेहिचक अपनी समस्याएं व पीड़ा महिला पदाधिकारी को सुना सकेंगी. पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के शहर सहित विभिन्न थानाें में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना करते हुए महिला पुलिस पदाधिकारियों के नाम व मोबाइल नंबर जारी किया गया है. महिला हेल्प डेस्क पर पदस्थापित पदाधिकारी के मोबाइल पर भी कॉल कर अपनी समस्या बता सकेंगे, जिसका ससमय निराकरण किया जायेगा. साथ ही इसे गोपनीय भी रखा जायेगा. बताया जाता है कि उक्त थानों में स्थापित महिला हेल्प डेस्क पर पहुंचने वाली महिलाओं की शिकायत सुनने से लेकर उनकी काउंसिलिंग करने तक की व्यवस्था होगी. नगर थाना, मुफस्सिल थाना, अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति थाना, जम्होर, सिमरा, बारुण, रिसियप, फेसर, मदनपुर, देव, सलैया, ढिबरा, नवीनगर, एनटीपीसी, टंडवा, माली, कुटुंबा, अंबा, रफीगंज, पौथू, उपहारा, गोह, बंदेया, दाउदनगर, ओबरा व हसपुरा थानाें में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है और नंबर जारी किया गया है. महिलाओं को अमूमन अपनी समस्या थाने में जाकर बताने में कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है. जब वह थाना पहुंचती हैं, तो अक्सर उनका सामना पुरुष पुलिस पदाधिकारी से होता है. ऐसे में महिलाएं संकुचित होकर अपनी बात रख पाती हैं. लेकिन, महिला हेल्प डेस्क स्थापित होने के बाद महिलाओं की उक्त परेशानी दूर हो जायेगी. पीड़िता अब महिला पुलिस पदाधिकारी के समक्ष महिलाएं बेहिचक एवं निर्भीक होकर अपनी बात रख सकेंगी. इसपर तुरंत एक्शन लिया जायेगा. पुलिस अधीक्षक स्वप्ना जी मेश्राम ने बताया कि थाना में महिलाओं के लिए सहयोग एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने, महिलाओं के मन में कानून तथा पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ाने सहित महिला घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, दुर्व्यवहार, छेड़खानी, यौन उत्पीड़न आदि समस्याओं व शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई कर न्याय दिलाने के उद्देश्य से जिले के 26 थानों में महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गयी है. वहां महिला पुलिस पदाधिकारी की तैनाती करते हुए उनका मोबाइल नंबर जारी किया गया है. पीड़ित महिला व बच्चियां अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सीधा महिला हेल्प डेस्क पदाधिकारी को भी कॉल कर सकती हैं. फोन कॉल के जरिए प्राप्त शिकायतों का भी ससमय निराकरण कराया जायेगा.

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