पटना में आज नहीं चलेंगे ऑटो और ई-रिक्शा, छह यूनियनें करेंगी आंदोलन, जानें कारण
हड़ताल को सफल बनाने के लिए बुधवार को ऑटो चालक और इ-रिक्शा चालक संगठनों की पांच टीमों ने पटना जंक्शन स्थित टाटा पार्क ऑटो स्टैंड से शहर के विभिन्न ऑटो स्टैंडों, चौक चौराहों पर जाकर ऑटो चालकों और इ-रिक्शा चालाकों के बीच जनसंपर्क अभियान चलाया और समर्थन की अपील की
पटना. परिवहन विभाग द्वारा ऑटो चालकों और इ-रिक्शा का रूट निर्धारित करने के विरोध में ऑटो यूनियनों ने गुरुवार एकदिवसीय हड़ताल बुलायी है. हालांकि, इस दौरान इमरजेंसी सेवा जारी रहेगी. स्कूली बच्चे, मरीज या दुर्घटना में घायलों का इलाज कराने के लिए ऑटो व इ-रिक्शा का परिचालन होगा. हड़ताल को सफल बनाने के लिए बुधवार को ऑटो चालक और इ-रिक्शा चालक संगठनों की पांच टीमों ने पटना जंक्शन स्थित टाटा पार्क ऑटो स्टैंड से शहर के विभिन्न ऑटो स्टैंडों, चौक चौराहों पर जाकर ऑटो चालकों और इ-रिक्शा चालाकों के बीच जनसंपर्क अभियान चलाया और समर्थन की अपील की. साथ सभी ऑटो चालकों और इ- रिक्शा चालकों से अपील की गयी है कि हड़ताल शांतिपूर्वक करनी है और असामाजिक तत्वों से परहेज करना है. अगर कोई किसी प्रकार का नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है, तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को देनी है.
प्रगतिशील ऑटो रिक्शा चालक यूनियन का समर्थन नहीं
प्रगतिशील ऑटो रिक्शा चालक यूनियन ने गुरुवार को होने वाले हड़ताल को अपना समर्थन नहीं दिया है. महासचिव नथुनी साह ने बताया कि प्रगतिशील ऑटोरिक्शा चालक यूनियन बिहार की मल्टीलेवल पार्किंग में आम सभा हुई, जिसमें हड़ताल का समर्थन नहीं करने का निर्णय लिया गया.
मिनी नगर बस सेवा और बैरिया बस चालकों से समर्थन का आह्वान
बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर गुरुवार को होने वाली ऑटो व इ-रिक्शा की हड़ताल का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि ऑटो पटना शहर का लाइफलाइन है. ऐसे में उसे रूट में बांधना सही नहीं है. उन्होंने मिनी नगर बस सेवा और बैरिया बसचालकों से भी इस हड़ताल को समर्थन करने का आग्रह किया है.
इन ऑटो यूनियनों ने दिया समर्थन
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बिहार स्टेट ऑटो रिक्शा चालक संघ सीटू
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बिहार राज्य ऑटो रिक्शा टेम्पों चालक संघ एक्टू
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पटना जिला ऑटो रिक्शा चालक संघ सीटू
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ऑटो मेन्स यूनियन पटना बिहार
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बिहार राज्य ई रिक्शा यूनियन
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ई-रिक्शा चालक संघ पटना बिहार
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हड़ताल पर अधिकारियों का क्या है कहना
अभी कोई नियम लागू नहीं हुआ है, तो हड़ताल पर जाने का औचित्य ही नहीं
अभी किसी भी तरह का कोई नियम लागू नहीं हुआ है. अभी तो प्रस्ताव ही है. वरीय पदाधिकारियों द्वारा इस पर विशेष विचार-विमर्श किया जा रहा है, तो हड़ताल पर जाने का औचित्य ही नहीं है. अभी किसी तरह का रोक भी नहीं लगाया गया है. -अनिल कुमार, ट्रैफिक डीएसपी
सामान्य यातायात को प्रभावित करने वाले पर होगी कार्रवाई
अगर हड़ताल के दौरान सामान्य यातायात या फिर अन्य ऑटो संघ, जिन्होंने समर्थन नहीं दिया, अगर उनके ऑटो को रोका गया या फिर किसी तरह का बाधा पहुंचायी गयी, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. विभिन्न चौक-चौराहों और शहर के इंट्रेंस प्वाइंट पर भी विशेष नजर बनी रहेगी. -श्री प्रकाश, डीटीओ, पटना