पटना के ऑटो लिफ्टर गिरोह ने लूटपाट से बनाई करोड़ों की संपत्ति, गिरफ्तारी के लिए चल रही छापेमारी

पटना में अपराधियों का एक गिरोह सक्रिय है. यह गिरोह ऑटो में जा रहे राहगीरों को लूटता है. पुलिस ने इस गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया तो कई खुलासे हुए. इस गिरोह ने लूट से करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर ली. अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

By Anand Shekhar | August 18, 2023 10:01 PM

पटना के ऑटो लिफ्टर गैंग के गिरफ्तार तीनों शातिरों को पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया है. गिरफ्तार आरोपित सरगना वीरु नट, अजय खलीफा और संतोष खलीफा वैशाली जिले के गंगा ब्रिज के जढ़ुआ के रहने वाले हैं और तीनों लूटपाट कर करोंड़ों रुपये की संपत्ति बना ली है. पुलिस ने पूछताछ के बाद संपत्ति की जांच शुरू कर दी है.

फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चल रही छापेमारी

शुक्रवार को सिटी एसपी सेंट्रल वैभव शर्मा ने बताया कि इनके गिरोह में दो और शातिर है, जो फरार चल रहे है. दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. ये शातिर पटना में बेउर, चितकोहरा के इलाके में किराए पर रहते हैं और लूटपाट करते हैं. जांच में पता चला कि इन शातिरों ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है.

सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने की गिरफ्तारी

दरअसल 20 मई को ऑटो लिफ्टर गैंग के शातिरों ने जमुई के राजू मोदी के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया था. राजू राजेंद्र नगर से पटना जंक्शन आने के लिए ऑटो पर बैठे. ऑटो वीरु चला रहा था और उसके चार साथी पहले से उसमें बैठे हुए थे. जालसाजों ने बीच रास्ते में राजू का जेब काट लिया और 1.46 लाख उड़ा लिया. धक्का देने के बाद राजू का हाथ टूट गया. मामले की जानकारी होते ही डीएसपी ने थानेदार के साथ एक टीम बनायी और जांच शुरू कर दी. सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया.

गैंग का नाम खलीफा, पूरा परिवार लूटपाट के धंधे शामिल

सिटी एसपी मध्य वैभव शर्मा ने कहा कि ऑटो लिफ्टर गैंग के शातिरों ने अवैध तरीके से करोड़ों की संपत्ति भी अर्जित की है. इसके जब्ती की कार्रवाई की जाएगी. जांच में पता चला कि खलीफ गैंग के बदमाशों का पूरा परिवार ही इस लूटपाट के धंधे में शामिल रहता है. पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि लूट के पैसे से सरगना ने पांच मंजिला मकान और बेउर में करोड़ों रुपये का जमीन लिया है.

पांच मंजिला मकान देख चौंक गयी पुलिस

वीरू नट को पुलिस ने सबसे पहले गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस को अजय खलीफा के बारे में जानकारी मिली. पुलिस जड़ुआ स्थित अजय खलीफ के घर पर छापेमारी करने गई तो पांच मंजिला आलीशान घर देखकर चौंक गयी. मिली जानकारी के अनुसार यह मकान पांच करोड़ रुपये लागत से बनाया है. अजय के पास से जमीन और कई चार पहिया वाहनों के कागजात भी पुलिस को मिले हैं. अजय बेउर में दो कट्ठा से अधिक जमीन खरीद रहा है. इसके लिए उसने ब्रोकर को 1.50 करोड़ दे भी दिया है.

संतोष के घर से 5.36 लाख कैश व आठ की ज्वेलरी

सिटी एसपी ने बताया कि जब अजय की गिरफ्तारी हुई और पूछताछ की गयी तो संतोष के बारे में पता चला. लोगों से संतोष के बारे में पूछा गया तो सभी ने कहा कि वह तो ऑटो चलाता है.जब पुलिस ने छापेमारी की तो 5.63 लाख कैश, 8 लाख के जेवरात बरामद की है. पुलिस बताई कि गिरोह का सरगना वीरु नट दोनों पैर से दिव्यांग है लेकिन लूटपाट के दौरान ऑटो वही चलाता है. तीनों के खिलाफ गांधी मैदान, सचिवालय, अगमकुआं और कोतवाली में आठ से अधिक केस दर्ज है.

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गुरुवार को तीनों को किया गया था गिरफ्तार

बता दें कि गुरुवार को पुलिस ने टेंपो में लूटपाट करने वाले गिरोह के सरगना सहित तीन को गिरफ्तार किया था. इन अपराधियों ने पटना के कोतवाली, कंकड़बाग, कदमकुआं, गांधी मैदान आदि कई थाना इलाकों में घटना को अंजाम दिया है. काेतवाली थाने की पुलिस ने बेऊर और चितकोहरा इलाके में छापेमारी कर ऑटो गैंग के सरगना संताेष खलीफा और उसके दो अन्य साथी अजय कुमार व वीरू नट काे गिरफ्तार कर लिया. ये लोग नट गिरोह के सदस्य हैं और टेंपो में बैठे यात्रियों के साथ लूटपाट, पॉकेटमारी करते हैं. इन लोगों के पास से गहने, नकद व चार माेबाइल फाेन बरामद किये गये हैं. पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है. यह गिरोह पटना जंक्शन, राजेंद्रनगर टर्मिनल पर सुबह में सक्रिय रहता है और यात्रियों को बैठा कर ले जाता है और बीच रास्ते में इन्हें धोखा देकर गाड़ी से उतार कर उनका सामान लेकर फरार हो जाता है. ये लोग इतने शातिर हैं कि बिहार के बाहर से पटना आने वालों को ही निशाना बनाते हैं, ताकि वे लोग कुछ न कर सके.

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