साहेबगंज. विगत 14 अप्रैल बुधवार को फरक्का एनटीपीसी चौक स्थित एक्सिस बैंक से दो करोड़ की डकैती का मामला अब सुलझता जा रहा है. बैंक डकैती का मास्टरमाइंड कन्हैया को बताया जा रहा है. कन्हैया ने बंगाल के फरक्का में डकैती की ताकि वहां की पुलिस को इतने दूर बैठे कन्हैया और उसके गिरोह पर शक न हो. मगर उसे और उसके साथियों को साहेबगंज वाले गिरोह के सदस्य ने पुलिस तक पहुंचा दिया.
जानकारी के अनुसार साहेबगंज के गिरोह का सदस्य कन्हैया के घर पर आकर ठहरता था. वो यहां के सारे ग्रुप का नाम व पता जानता था. जब उसकी गिरफ्तारी हुई, तो उसने सारा राज खोल दिया. हालांकि कन्हैया पर कोई नया आरोप नहीं लगा है, इससे पहले भी भागलपुर, बांका और आसपास के इलाके में कई बार बैंक डकैती का आरोप कन्हैया के सिर पर लगता रहा है. लेकिन इस बार कन्हैया ने छोटा हाथ नहीं बल्कि बहुत बड़ा हाथ मारा था.
कन्हैया ने 2015 मे भागलपुर के तत्कालीन एस एसपी को खुली चुनौती तब दी थी, जब एस एसपी विवेक कुमार कोतवाली थाने में बैठकर एक मामले पर प्रेस कांन्फ्रेस कर रहे थे और उसी वक्त कन्हैया ने अपने साथियों के साथ भीड़भाड़ वाले इलाके घंटाघर स्थित ग्रामीण बैंक की मुख्य शाखा में हथियार के बल पर 49 लाख की डकैती कर ली.
इस बार भी चार बाइक पर सवार 8-9 की संख्या में अपराधियों ने एक्सिस बैंक में दिनदहाड़े घुसकर डकैती की और बाइक से फरार हो गये. यह संयोग रहा कि बैंक के पास एक घर में लगे सीसीटीवी कैमरा में सबकुछ कैद हो गया. गिरोह के तीन साथी को पुलिस ने फरक्का के धर्मडांगा मैदान के पास दबोच लिया. इस दौरान दोनों तरफ से फायरिंग भी हुई. ये सभी साहेबगंज के राधानगर थाना क्षेत्र के श्रीधर कॉलोनी नम्बर 9 के रहनेवाले हैं.
तीनों युवकों से पूछताछ के बाद मिले सुराग पर फरक्का थाना पुलिस ने बरहड़वा व साहेबगंज में छापेमारी की. फरक्का एसडीपीओ आसिम खान ने पत्रकारों को बताया कि धराए तीनों आरोपियों के पास से 55 लाख रुपए बरामद हुए हैं. तीनों को जेल भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि डकैती कांड में शामिल अपराधियों की पहचान हो गई है. फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सघन छापेमारी कर रही है. जल्द सभी पकड़े जाएंगे.