बांका. आयुष्मान योजना के तहत लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने में जिला पूरे राज्य में तीसरे पायदान पर है. इसको लेकर शुक्रवार को बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति की ओर से अधिवेशन भवन, पुराना सचिवालय पटना में एक कार्यक्रम आयोजित होगा. जिसमें सिविल सर्जन डा. रविंद्र नारायण व डीपीसी पवन कुमार को सम्मानित किया जायेगा. सीएस ने कहा कि यह बहुत ही अच्छी बात है कि जिले के लोग आयुष्मान योजना के तहत स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठा रहे हैं. अभी हम तीसरे स्थान पर हैं. इसमें और सुधार का प्रयास किया जायेगा. इसके लिए पूरी टीम बधाई के पात्र हैं.
डीपीसी ने बताया कि जिले में डेढ़ लाख से अधिक लोगों का आयुष्मान कार्ड बन चुका है. इनमें से 10 हजार से अधिक लोगों ने इस कार्ड के जरिये अपना इलाज भी करवाया है. इसके अलावा पटना के कार्यक्रम में जिले के बाराहाट पीएचसी के प्रभारी और मैनेजर को भी सम्मानित किया जायेगा. सम्मानित होने वाले सभी अधिकारी गुरुवार को पटना के लिए रवाना होंगे. शुक्रवार को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बिहार के दो आयुष्मान कार्ड के लाभुक से भी बात करेंगे. इनमें से एक जिले के बाराहाट प्रखंड की राखी कुमारी है. जिससे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री टेलीफोन के जरिये बात करेंगे.
आयुष्मान कार्ड के जरिये जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में तो मरीजों का इलाज होता ही है. साथ ही भागलपुर के 15 निजी और मायागंज अस्पताल में भी इस कार्ड से मरीजों का इलाज होता है. इसके अलावा देश के सैकड़ों नामी-गिरामी अस्पतालों में भी आय़ुष्मान कार्डधारकों का इलाज किया जाता है. इसलिए जिन लोगों का अभी कार्ड नहीं बना है, वे अपने नजदीकी सीएचसी में जाकर कार्ड बनवा लें. विपरीत परिस्थिति में यह काम आ सकता है.
आयुष्मान योजना के तहत कार्डधारक पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्राप्त कर सकते हैं. इस योजना का लाभ किसी भी उम्र के लोग ले सकते हैं. इस योजना का लाभ अभी जिले के हजारों लोग ले रहे हैं. जिन लोगों के पास पीएम लेटर आया है, उनका बहुत ही आसानी से कार्ड बन जा रहा है. साथ ही जिन लोगों को पीएम लेटर नहीं भी आया है और वे योजना के योग्य हैं तो उनका भी कार्ड बनने में कोई परेशानी नहीं होगी. इसके लिए 2014 के पहले का राशन कार्ड होना जरूरी है. साथ में अपना आधार कार्ड लेकर अपने नजदीकी सीएचसी में पहुंचकर अपना राशन कार्ड दिखाएं. अगर आप इस योजना के योग्य होंगे तो तत्काल आपका आयुष्मान कार्ड बन जायेगा.