TMBU में होगी बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन की पढ़ाई, युवाओं के लिए नौकरी-रोजगार के खुलेंगे द्वार
बीपीएड कोर्स करने के बाद छात्रों को रोजगार का अवसर मिलेगा. छात्र स्पोर्ट्स व फिजिकल टीचर बनने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं. सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में शारीरिक शिक्षक बन सकते हैं.
आरफीन, भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए खुशखबरी है. नये साल से विवि में स्नातक स्तर पर बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बीपीएड) की पढ़ाई होगी. इस कोर्स कर अवधि तीन साल तक की होगी. कोर्स की पढ़ाई को लेकर विवि में कवायद शुरू कर दी गयी है. सबकुछ ठीक रहा, तो विवि की एकेडमिक काउंसिल की होने वाली बैठक में कोर्स से संबंधित दस्तावेज रखा जायेगा. बताया जा रहा है कि कोर्स को लेकर सिलेबस तक तैयार कर लिये गये हैं. सिलेबस में परीक्षा संबंधित चीजों को जोड़ने का काम किया जा रहा है.
कोर्स करने के बाद छात्रों को रोजगार का मिलेगा अवसर
बीपीएड कोर्स करने के बाद छात्रों को रोजगार का अवसर मिलेगा. छात्र स्पोर्ट्स व फिजिकल टीचर बनने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं. सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में शारीरिक शिक्षक बन सकते हैं. कोर्स करने वाले छात्रों को स्पोर्ट्स कोच, स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट व जिम ट्रेनर के लिए काम कर सकेंगे.
महाराष्ट्र व एमपी में छात्रों को करने पड़ते हैं लाखों खर्च
जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव नयर आलम ने कहा कि भागलपुर के छात्र-छात्राएं बीपीएड कोर्स करने के लिए महाराष्ट्र व एमपी में लाखों रुपये खर्च करते हैं. बीपीएड कोर्स कर चुके छात्रों के लिए शारीरिक टीचर बनाना आसान है. कोर्स करने के बाद रोजगार के काफी अवसर है.
सिलेबस तैयार है, आगे की प्रक्रिया जायेगी- खेल सचिव
विवि के खेल विभाग के सचिव डॉ सुनील कुमार सिंह ने कहा कि बीपीएड कोर्स को लेकर सिलेबस तैयार है. सिर्फ परीक्षा से संबंधित चीजों को जोड़ने काम किया जा रहा है. ताकि एकेडमिक काउंसिल की बैठक में रखा जा सकें. नये साल में कोर्स शुरू करने के लिए सरकार को ऑनलाइन आवेदन किया जायेगा.
बीपीएड कोर्स शुरू करने को लेकर विवि प्रशासन गंभीर- कुलपति
विवि के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा कि बीपीएड कोर्स शुरू करने के लिए विवि प्रशासन गंभीर है. खेल सचिव से एकेडमिक काउंसिल की बैठक में दस्तावेज मांगा गया है. ताकि यहां से मंजूरी के बाद आगे सिंडिकेट, सीनेट की बैठक से पारित होने के बाद सरकार को भेजा जायेगा. विवि प्रशासन छात्रों के हित को लेकर गंभीर है. न्यू एजुकेशन पॉलिसी में शारीरिक शिक्षा पर काफी जोर है.