मुजफ्फरपुर: मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने बेला इंडस्ट्रियल एरिया में रविवार को बैग क्लस्टर के प्रथम फेज का उद्घाटन किया. मेगा बैग क्लस्टर के तहत प्रथम फेज में 10 महिला उद्यमियों के यूनिट की शुरुआत की गयी. इसमें एक साथ 264 दीदीयां काम कर सकती हैं.
मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के तहत जीविका की 39 सदस्यों का चयन बैग क्लस्टर में इकाई स्थापित करने के लिए किया गया था. इनमें 10 महिला उद्यमियों के व्यवसाय की शुरुआत हुई. इस मौके पर आमिर सुबहानी ने कहा कि प्रदेश उन्नति के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. मुजफ्फरपुर बैग क्लस्टर विकास का एक नया मॉडल है.
इस मॉडल से जीविका की दीदियों को मजबूती मिलेगी. इस प्रकार की पहल के लिए उद्योग विभाग बधाई का पात्र है. स्वास्थ्य विभाग ने भी जीविका की दीदियों को मजबूती प्रदान करने के लिए उनके माध्यम से विभिन्न अस्पतालों में दीदी की रसोई शुरू की है. मुख्य सचिव ने कहा कि वह अन्य विभागों को भी कहेंगे कि जीविका के माध्यम से कुछ कार्यक्रमों का संचालन करें.
ग्रामीण विकास विभाग के सचिव बाला मुरूगन डी ने कहा कि राज्य में जीविका का पहला समूह और पहला कार्यालय खोलने का श्रेय उद्योग विभाग के वर्तमान प्रधान सचिव को ही जाता है. जीविका की दीदियां इस योजना के तहत लाभान्वित होकर काफी ऊर्जावान महसूस कर रही हैं और उद्योग के क्षेत्र में सफल होने के लिए संकल्पित हैं.
उद्योग निदेशक पंकज दीक्षित ने कहा कि बिहार में एक साथ दो स्थानों पर बैग क्लस्टर चालू हुआ. पहला, फतुहा में 225 मशीनों वाली इकाइयों को शुरू किया गया. दूसरा, मुजफ्फरपुर में 264 मशीनों के साथ 10 इकाइयों की शुरुआत हुई. यह शुरुआत आगे चलकर बड़ा वटवृक्ष बनेगा. मुजफ्फरपुर बैग क्लस्टर अपनी तरह का देश में सबसे बड़ा बैग क्लस्टर बनने की राह पर है.
कार्यक्रम में डीएम प्रणव कुमार, उद्योग विभाग के विशेष सचिव दिलीप कुमार, तकनीकी विकास के निदेशक संजीव कुमार, एसएसपी जयंतकांत, हथकरघा एवं रेशम निदेशालय के निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय, डीडीसी आशुतोष कुमार द्विवेदी, जीविका समूह की दीदियां और बियाडा के अधिकारी उपस्थित थे.