Video: धीरेंद्र शास्त्री नहीं भूल पा रहे बिहार को, MP में कथा के दौरान बिहारियों को लेकर कही ये बात
Bageshwar Baba: पटना में 13 से 17 मई तक पांच दिनों के लिए हनुमंत कथा करने के बाद बाबा धीरेंद्र शास्त्रीमध्य प्रदेश में कथा वाचन कर रहे हैं. जहां उन्होंने अपने बिहार दौरे को याद करते हुए कई बात कही. उन्होंने कहा कि वहां ऐसी गदर मचाई वीर बजरंग बली ने जहां देखो वहां भगवान हनुमान के ही भक्त दिख रहे थे.
Bageshwar Baba: बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री 13 से 17 मई तक पटना के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने नौबतपुर के तरेत पालि मठ में हनुमंत कथा की और दिव्य दरबार भी लगाया. बाबा जब तक पटना में रहें सुर्खियों में बने रहे. इस दौरान बाबा का कथा सुनने और उनके दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. भक्तों का जमावड़ा सिर्फ कार्यक्रम स्थल पर ही नहीं बल्कि धीरेंद्र शास्त्री के होटल के बाहर भी लगा रहा. पटना में कार्यक्रम के समापन के बाद बाबा अब मध्य प्रदेश के जैसीनगर हनुमंत कथा के लिए पहुंचे हुए हैं. जहां कथावाचन के दौरान बाबा ने अपने पटना दौरे को याद करते हुए काफी कुछ कहा.
ऐसी गदर मचाई…
बागेश्वर बाबा ने कथा के दौरान कहा कि पटना जाने से पहले भगवान हनुमान से प्रार्थना की थी. इसके बाद वहां ऐसी गदर मचाई वीर बजरंग बली ने जहां देखो वहां भगवान हनुमान के ही भक्त दिख रहे थे. सभी जगह बागेश्वर भगवान हनुमान की भीड़ नजर आई. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग बड़े धन्य हैं. 25 किमी तक पांच दिन वहीं पड़े रहे, वहीं रोटी बनाते और वहीं सोता रहता था. धन्य है बिहार के लोग की श्रद्धा.
तरेत पाली मठ के महंत की भी की तारीफ
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए बागेश्वर भगवान हनुमान ही दरबार लगवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के महंत भी बड़े महान हैं. उन्होंने तरेत पाली मठ के महंत की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने अपने यहां कथा का आयोजन कराया.
पूरा भारत राममय दिखाई पड़ रहा है
बागेश्वर बाबा ने कहा कि उन्होंने पटना में एक भक्त से पूछा की व वो क्यों नहीं जाते? इस सवाल के जवाब में भक्त ने कहा कि हनुमंत कथा का लाभ लेने के लिए घर नहीं जाते. इस पर बाबा ने पूछा कथा स्थल पर पहुंचो तो वो बोला वहां भीड़ बहुत है प्रवेश नहीं मिल पाता इसलिए यहीं से आनंद ले लेते हैं. वहां की क्या ही महिमा है. हम तो बस आंखों से देखते रहे. उन्होंने कहा धन्य हैं सन्यासी बाबा, धन्य हैं वीर बजरंग बली. उनकी कथा का प्रसाद है कि अब पूरा भारत राममय दिख रहा है.