बागमती, अधवारा व लालबकेया का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

डुमरा : जिले में लगातार हो रही बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है. कई स्थानों पर बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. आपदा प्रबंधन विभाग के रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को बागमती नदी के जलस्तर में कई जगह वृद्धि दर्ज की गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 25, 2020 1:45 AM

डुमरा : जिले में लगातार हो रही बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है. कई स्थानों पर बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. आपदा प्रबंधन विभाग के रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को बागमती नदी के जलस्तर में कई जगह वृद्धि दर्ज की गयी है. कटौझा में 75 सेमी, ढेंग में 80 सेमी, सोनाखान में 48 सेमी व डुब्बाघाट में 62 सेमी जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. वही सुंदरपुर के समीप अधवारा नदी 20 सेमी तो गोवाबाडी के समीप लालबकया नदी का जलस्तर 1.09 मीटर खतरे के निशान से ऊपर है.

जिले में 89 एमएम बारिश रिकॉर्ड

डुमरा. जिले में बुधवार से लगातार बारिश हो रही है. सांख्यिकी विभाग के अनुसार गुरुवार को सुबह 8 बजे तक जिले में 88.95 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गयी है. रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक बारिश चोरौत व सुप्पी में रिकॉर्ड की गयी है. इन प्रखंडों में क्रमश: 248 व 144.8 एमएम बारिश हुयी है. बताते चले की मौसम विज्ञान केंद्र ने जिले में अगले 26 सितंबर तक भारी बारिश की सम्भावना व्यक्त करते हुए अलर्ट जारी किया है. इसको लेकर आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त निर्देश के आलोक में डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने सभी अधिकारियो को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.

जलस्तर में वृद्धि से गांव में घुसा बाढ़ का पानी

सुरसंड. विगत तीन दिनों से रुक रुक कर हो रही बर्षा के चलते गुरुवार को प्रखंड के श्रीखंडी भिट्ठा गांव से होकर बहने वाली रातो नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने से वार्ड संख्या पांच में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. उक्त वार्ड के कई घरों के मुहाने पर बाढ़ ने दस्तक दे दी है. उक्त वार्ड में जानेवाली एकमात्र पीसीसी सड़क पर भी बाढ़ का पानी चढ़ गया है. जबकि एनएच 104 पर भी बाढ़ का पानी चढ़ने को आतुर है. वहीं श्रीखंडी भिट्ठा पूर्वी व पश्चिमी, डाढ़ाबाड़ी, दिवारी मतौना व कोरियाही पंचायत के दर्जनों गांव के सरेह में बाढ़ का पानी फैल जाने से किसानों की मुसीबत बढ़ गयी है. बाढ़ के पानी में सैकड़ों एकड़ धान की फसल डूब गयी है. नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गयी है. समाचार लिखे जाने तक जलस्तर में वृद्धि जारी था.

posted by ashish jha

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