कोरोना काल में सक्रिय हुए बिहार के इन बाहुबलियों के बेटे, क्या संभाल पाएंगे पिता की विरासत?

Rajesh Ranjan, Mohammad Shahabuddin And Pappu yadav son news: कोरोना वायरस और लॉकडाउन के दौरान बाहुबलियों के बेटे भी सेवा कार्य के जरिए बिहार में सक्रिय होने लगे हैं. राज्य की राजनीति में बाहुबलियों का दबदब पहले भी रहा है. बताया जा रहा है कि बाहुबली नेताओं के बेटे अब सक्रियता के साथ ही बिहार की राजनीति में अपनी पिता की विरासत को संभालने के लिए बेताब हैं. वहीं बाहुबलियों के बेटे की सक्रियता से कई राजनीतिक दल के युवा नेताओं की परेशानी बढ़ सकती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2021 1:46 PM

Bihar News: कोरोना वायरस और लॉकडाउन के दौरान बाहुबलियों के बेटे भी सेवा कार्य के जरिए बिहार में सक्रिय होने लगे हैं. राज्य की राजनीति में बाहुबलियों का दबदब पहले भी रहा है. बताया जा रहा है कि बाहुबली नेताओं के बेटे अब सक्रियता के साथ ही बिहार की राजनीति में अपनी पिता की विरासत को संभालने के लिए बेताब हैं. वहीं बाहुबलियों के बेटे की सक्रियता से कई राजनीतिक दल के युवा नेताओं की परेशानी बढ़ सकती है.

ओसामा सहाब- सिवान के बाहुबली दिवंगत नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन (Mohammad Shahabuddin) के बेटे ओसामा सहाब भी पिछले कई महीनों से बिहार की सियासत में सक्रिय हो गए हैं. पिछले दिनों शहाबुद्दीन के निधन के बाद ओसामा खासे चर्चा में आए थे. ओसामा पिता के निधन के बाद राजद से नाराज बताए जा रहे थे, जिसके बाद उन्हें मनाने खुद लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप सिवान पहुंचे थे.

चेतन आनंद – उत्तर बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन भले ही अभी जेल में बंद हैं. वहीं उनके विधायक बेटे चेतन आनंद लगातार सक्रिय है. चेतन शिवहर से राजद के विधायक भी है. चेतन कोरोना काल में लगातार सक्रिय हैं और लालू यादव के निर्देश के बाद अपने क्षेत्र में काम भी कर रहे हैं. बताया जा रहा है किल आगामी लोकसभा चुनाव में चेतन शिवहर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.

सार्थक रंजन – पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद उनके बेटे सार्थक रंजन पहली बार सोशल मीडिया पर लाइव आए थे. सार्थक रंजन ने पिता की गिरफ्तारी पर नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा संभालने का ऐलान किया था. बताया जा रहा है कि आने वाले समय में सार्थक बिहार की राजनिति में सक्रिय हो सकते हैं.

ये बाहुबली नेता भी सक्रिय– कोरोना काल में जहां एक ओर बाहुबलियों के बेटे मैदान में हैं. वहीं दूसरी ओर कई बाहुबली खुद ही मोर्चा संभाले हैं. बाहुबली नेता रीतलाल यादव पटना इलाके में लगातार सक्रिय हैं, जबकि मोकामा के बाहुबली अनंत सिंह के समर्थक भी लोगों की लगातार मदद करने में लगे हैं.

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Posted By : Avinish Kumar Mishra

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