बिहार के चुनावी मैदान में उतरकर बाहुबलियों की पत्नियां संभाल रही हैं कमान, इन 5 सीटों पर ठोक रहीं ताल..

लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार के कई बाहुबली अपनी पत्नी को मैदान में उतार चुके हैं. जानिए ..

By ThakurShaktilochan Sandilya | March 30, 2024 10:06 AM

Lok Sabha Election 2024: बिहार के कई बाहुबली नेताओं की पत्नियां इस लोकसभा चुनाव में ताल ठोक रही हैं. खुद चुनाव नहीं लड़ने के कारण बिहार के बाहुबलियों में इसका चलन पहले से रहा है. इस चुनाव में भी बाहुबलियों को संसद की राह अपनी पत्नियों को चुनाव लड़ाने से आसान होती दिख रही है.

शिवहर से आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद चुनावी मैदान में

बाहुबली से नेता बने आनंद मोहन हैं. उनकी पत्नी लवली आनंद जदयू के टिकट पर शिवहर से चुनाव लड़ रही हैं. 1996 और 1998 में शिवहर का प्रतिनिधित्व करने वाले आनंद मोहन को 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में 16 साल से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद पिछले साल अप्रैल में ही रिहा किया गया था. उनकी रिहाई तब संभव हो सकी जब तत्कालीन सरकार ने जेल मैनुअल में कुछ बदलाव किये, जिससे उन्हें राहत मिल सकी. लेकिन फिर भी आनंद मोहन चुनाव नहीं लड़ सकते, नियमत: दो साल से अधिक समय से जेल में बंद दोषियों को उनकी रिहाई के छह साल बाद तक चुनाव लड़ने से रोक है. इसलिए अब उनकी पत्नी को टिकट दिया गया है. हालांकि लवली आनंद इससे पहले वैशाली से लोकसभा चुनाव व दो बार विधानसभा का चुनाव जीत चुकी हैं.

अवधेश मंडल की पत्नी को पूर्णिया से राजद का टिकट

वहीं, पूर्णिया के बाहुबली नेता अवधेश मंडल हैं. पांच बार विधायक और पिछली महागठबंधन सरकार की पूर्व मंत्री उनकी पत्नी बीमा भारती ने हाल ही जेडीयू छोड़ कर राजद का दामन पकड़ा है. राजग की नयी सरकार के फ्लोर टेस्ट के समय हुए नाटकीय घटनाक्रम में ही यह साफ हो गया था कि वे अपना भविष्य राजद के साथ देख रही हैं. फ्लोर टेस्ट के ठीक एक रात पहले उनके पति और बेटे को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. अब राजद के टिकट पर बीमा भारती पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं. अवधेश मंडल पर हत्या और अपहरण सहित 12 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. वो भी चुनाव नहीं लड़ सकते.

रमेश कुशवाहा ने पार्टी बदल पत्नी को दिलाया टिकट

इसके अलावा, पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा ने पत्नी विजयलक्ष्मी देवी को जदयू के टिकट पर सीवान से मैदान में उतारा है. सीपीआई-एमएल से जुड़े रहे कुशवाहा तब चर्चा में आये जब उन्होंने 1997 में जेएनयू के छात्र नेता चन्द्रशेखर की हत्या के सिलसिले में सीवान के तत्कालीन बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. उन पर 1997 में ही हुए शिवजी दुबे हत्याकांड में भी मामला चलाने का आदेश हाइकोर्ट ने 2018 में दिया था. रमेश कुशवाहा ने एक हफ्ते पहले ही उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी छोड़कर अपनी पत्नी के साथ जदयू का दामन थामा है. वर्तमान में भी सीवान का प्रतिनिधित्व लोकसभा में जदयू नेता कविता सिंह कर रही हैं, जो बाहुबली नेता अजय सिंह की पत्नी हैं.

बाहुबली अशोक महतो ने शादी के तीसरे दिन दिला दिया पत्नी को टिकट

नवादा, शेखपुरा और नालंदा में बाहुबली की छवि वाले अशोक महतो ने खरमास महीने में भी 19 मार्च को शादी रचायी. और उसके तीन दिन बाद 22 मार्च को वे अपनी पत्नी कुमारी अनीता को मुंगेर से राजद का टिकट दिलवाने में कामयाब रहे. गौरतलब है कि 2001 के जेलब्रेक सहित कई आपराधिक मामलों में 17 सालों तक जेल में रहे अशोक महतो बीते 10 दिसंबर 2023 को भागलपुर जेल से रिहा हुए थे.

राजद नेता मुकेश यादव की पत्नी को जमुई से टिकट

जमुई से दबंग छवि के माने जानेवाले राजद नेता मुकेश यादव भी अपनी पत्नी अर्चना रविदास को पार्टी का टिकट दिलवाने में कामयाब रहे हैं. उनका मुकाबला एलजेपी (रामविलास) उम्मीदवार अरुण भारती से होगा, जो पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान के बहनोई हैं. सहानुभूति हासिल करने के लिए अर्चना मुकाबले को स्थानीय बनाम बाहरी बनाने की कोशिश कर रही हैं. मुकेश यादव राजद युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव हैं. मुकेश यादव भी राजद के टिकट पर विधानसभा का चुनाव पहले लड़ चुके हैं.

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