स्कूल के निदेशक को आपत्तिजनक स्थिति में देखने की छात्र को मिली ऐसी सजा… सुनने वाले की रूह तक कांप गयी
सिमरी बख्तियारपुर के बलवा हाट में एक प्राइवेट स्कूल के हॉस्टल में एक नाबालिग बच्चे की इतनी पिटाई की गयी कि किसी पत्थर दिल इंसान का भी कलेजा पसीज जाये. पिटाई से जख्मी 11 वर्षीय छात्र को उसके पिता के द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया.
सिमरी बख्तियारपुर के बलवा हाट में एक प्राइवेट स्कूल के हॉस्टल में एक नाबालिग बच्चे की इतनी पिटाई की गयी कि किसी पत्थर दिल इंसान का भी कलेजा पसीज जाये. पिटाई से जख्मी 11 वर्षीय छात्र को उसके पिता के द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों द्वारा इलाज के बाद घर भेज दिया गया. इस संबंध में पीड़ित छात्र के पिता ने पुलिस को आवेदन देकर स्कूल के डायरेक्टर पर केस दर्ज कराया है. बताया जा रहा है कि पूर्व पैक्स अध्यक्ष फुलेश्वर यादव के पुत्र परितोष कुमार तीन साल से सरोजा पंचायत के नवटोलिया स्थित आवासीय नेशनल पब्लिक स्कूल के छात्रावास में रह कर पढ़ाई करता है. इस दौरान 17 सितंबर व 25 सितंबर को किसी बात को लेकर छात्र की पिटाई स्कूल के डायरेक्टर विक्रम गुप्ता उर्फ बंटी के द्वारा की गयी. लेकिन इस बात की जानकारी अभिभावक को नहीं दी गयी.
छुट्टी में छात्र को लाने पहुंचा पिता
फुलेश्वर यादव ने बताया कि जब वह गुरुवार को स्कूल अपने पुत्र को दुर्गा पूजा में छुट्टी के लिए घर ले जाने के लिए आया तो उसे पुत्र से मिलने देने में आनाकानी की गयी तो उसे कुछ अनहोनी की आशंका हुई. दबाव देने पर उसे पुत्र परितोष कुमार से मिलने दिया गया. फुलेश्वर यादव ने बताया कि जब पुत्र की स्थिति देखी तो उसके होश उड़ गये. तत्काल वहां से लेकर उसे अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर में भर्ती कराया. इसके बाद छात्र ने पिता को पिटाई की सारी दास्तां से अवगत कराया तो इस बात कि शिकायत स्कूल के डायरेक्टर से की गयी तो उल्टे उसे धमकी दी गयी. उसके बाद उसने इस बात कि शिकायत बलवाहाट ओपी पुलिस से की.
कमरे बंद कर बर्फ लगाने के लिए देता था डायरेक्टर
छात्र ने बताया कि स्कूल में एक कमरा है. जिसमें किसी को जाने की इजाजत नहीं है. वह भूलवश उस कमरे में चला गया. जहां डायरेक्टर विक्रम गुप्ता को आपत्तिजनक हालत में देख लिया. डायरेक्टर को इस बात का डर था कि कहीं छात्र इस बात कि जानकारी किसी अन्य को ना दे दे. इसलिए उसकी इतनी पिटाई की गयी है वह मरन्नासण स्थिति में पहुंच गया. वहीं पिटाई के बाद ना तो इसका इलाज कराया गया और ना ही इसकी जानकारी अभिभावक को दी गयी. सिर्फ स्कूल में ही एक कमरे में बंद कर उसे सिर्फ पिटाई वाले स्थान पर बर्फ से सेंक छोड़ दिया गया. इस संबंध में जब स्कूल के डायरेक्टर विक्रम गुप्ता उर्फ बंटी से पूछा गया तो उन्होंने सभी प्रकार के आरोप को झुठा व बेबुनियाद बताया. इस संबंध में थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि दिए गए आवेदन के आलोक में केस दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई के लिए बलवाहाट ओपी पुलिस को निर्देशित किया गया है.