क्लोन चेक से करोड़ों ट्रांसफर मामले में बैंक मैनेजर गिरफ्तार, पूछताछ के बाद भेजा जायेगा जेल
तबीयत खराब होने के कारण उनका इलाज फिलहाल अस्पताल में कराया जा रहा है. लेकिन कई साक्ष्य उनके खिलाफ पाये जाने और बैंक प्रशासन की आंतरिक जांच में भी संलिप्तता पाये जाने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
पटना. एनएचएआइ के खाते से 28 करोड़ की राशि दूसरे के खातों में ट्रांसफर करने के मामले में मंगलवार को कोटक महिंद्रा की बोरिंग रोड ब्रांच के मैनेजर सुमित कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
हालांकि, तबीयत खराब होने के कारण उनका इलाज फिलहाल अस्पताल में कराया जा रहा है. लेकिन कई साक्ष्य उनके खिलाफ पाये जाने और बैंक प्रशासन की आंतरिक जांच में भी संलिप्तता पाये जाने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
इसके बाद पुलिस ने कोर्ट को भी सूचित किया. अब जैसे ही वह स्वस्थ होंगे, पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया जायेगा. सुमित कुमार को सोमवार को ही कोटक महिंद्रा बैंक ने नौकरी से निकाल दिया था.
बताया जाता है कि सुमित पहले एक्जीबिशन रोड ब्रांच में सेंकेंड लाइन मैनेजर थे. लेकिन 30 जून को प्रोन्नति देकर उन्हें बोरिंग रोड ब्रांच का मैनेजर बनाया गया था.
गांधी मैदान के थानाध्यक्ष रणजीत कुमार वत्स ने बैंक मैनेजर की गिरफ्तारी की पुष्टि की और बताया कि कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है.
50 करोड़ से अधिक जा सकती है राशि !
फर्जी चेक के मामले में सरकारी विभागों के खातों से दूसरे खातों में ट्रांसफर करने की राशि 50 करोड़ से अधिक होने की संभावना है. पुलिस की जांच में इसके संकेत मिलने लगे हैं.
सूत्रों के अनुसार, दो जनवरी को कोटक महिंद्रा की एक्जीबिशन रोड ब्रांच से 11.73 करोड़ रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर करने के प्रयास के पहले भी नवंबर में 5.35 करोड़ रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर करने का मामला प्रकाश में आया है. इसके साथ ही पांच दिसंबर और नौ दिसंबर को भी करोड़ों रुपये ट्रांसफर किये गये हैं.