नवादा में बैंक का सफाईकर्मी निकला साइबर अपराधी, ऐप के जरिए फर्जी अंगूठा बनाकर लोगों के खाते से करता था निकासी
नवादा साइबर पुलिस ने दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के सफाई कर्मी सहित दो आरोपियों को साइबर अपराध के जुर्म में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से कई आपत्तिजनक सामान भी मिले हैं. ये लोगों के अंगूठे का फर्जी निशान बना कर उनके खाते से रुपयों की निकासी करते थे.
बिहार में साइबर अपराध रोकने के लिए साइबर थानों का निर्माण कराया है. लेकिन, इसके बावजूद आए दिन साइबर क्राइम के नए मामले सामने आते रहते हैं. पुलिस भी लगातार कार्रवाई कर इन अपराधियों को गिरफ्तार करती है, इसके बावजूद साइबर अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में अब नवादा शहर से एक नया मामला सामने आया है. जहां साइबर पुलिस ने दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के सफाई कर्मी और एक अन्य आरोपी को साइबर अपराध के जुर्म में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से कई आपत्तिजनक सामान भी मिले हैं. इस पूरे मामले का खुलासा साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति ने किया है.
दो साइबर अपराधी गिरफ्तार
साइबर डीएसपी ने बताया कि जुलाई महीने में एक महिला का फर्ज अंगूठा बना कार उनके खाते से 2 लाख 10 हजार रूपये की अवैध निकासी की जाने की शिकायत मिली थी. इस मामले में पीड़ित महिला के बयान पर एसपी अम्बरीष राहुल के नेतृत्व में गठित एसआईटी टीम द्वारा 15 जुलाई 2023 को साईबर थाना में धारा-379 / 420 भादवि एवं 66 / 66 (बी) / 66 (सी) / 66 (डी) आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी संख्या 33/23 दर्ज की गई. इसके बाद मामले की जांच के दौरान वैज्ञानिक अनुसंधान के क्रम में साक्ष्य के अनुसार छापेमारी की गई. जिसमें जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के विशुनपुर गांव निवासी जलो महतो का 39 वर्षीय पुत्र दिलीप कुमार तथा रोह थाना क्षेत्र के कुंज गांव निवासी दुर्गेश सिंह का 22 वर्षीय पुत्र कुणाल कुमार को गिरफ्तार किया गया है. कुणाल कुमार दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक कुंज में सफाइकर्मी का काम करता है.
2 लाख 10 हजार रुपये की अवैध निकासी
गिरफ्तारी के बाद दिलीप कुमार एवं कुणाल कुमार ने बताया कि विभिन्न मोबाइल ऐप के जरिये नकली अंगूठा बनाकर लोगों के एकाउंट से रुपयों की अवैध निकासी की जाती थी. इस कांड में शिकायत कर्ता के अकाउंट से 2 लाख 10 हजार रुपये की अवैध निकासी की गयी थी.
अंगूठे का निशान लेकर लोगों के अकाउंट से करता था रुपये की निकासी
बताया गया कि दिलीप कुमार द्वारा लगभग 2 साल से विभिन्न मोबाईल ऐप के माध्यम से अंगूठे का निशान लेकर लोगों के एकाउंट से रूपये की निकासी की जाती थी. इनके द्वारा नागरिकों का रजिस्टर पर नाम व आधार नंबर एवं अंगूठे का निशान लिया जाता था. गिरफ्तार साइबर अपराधियों ने पुलिस को बताया कि कभी-कभी मैं भोले-भाले लोगों के रूपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेता था और उन्हें नहीं देता था कुछ लोगों को कम पैसे देता था और बाकी खुद रख लेता था.
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दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक से डेटा चुराता था शातिर
बताया गया कि गिरफ्तार साइबर अपराधी कुणाल कुमार दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक रोह प्रखंड के कुंज शाखा में सफाईकर्मी है. यह वहां से डाटा चुराकर लोगों के नकली अंगूठे बनाकर रुपये की अवैध निकासी करता था. गिरफ्तार सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. साथ ही इसमें संलिप्त अन्य अपराधियों की तलाश सहित विभिन्न बिन्दुओं पर जांच की जा रही है.
साइबर अपराध का सामान बरामद
साइबर डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार दोनों साइबर अपराधियों के पास से 3 मोबाइल, एक लैपटॉप, 8 आधार कार्ड, 2 सिम कार्ड, 9 पासबुक, 8 आधार कार्ड का फोटो कॉपी, 5 एटीएम कार्ड, 2 चेकबुक, एक प्रिंटर, एक एसबीआई मिनी ब्रांच का आई कार्ड, 5 पीस दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का भरा हुआ पर्ची, 2 बायोमेट्रिक स्कैनर डिवाइस, 15 ए फोर साइज का लेमिनेशन पेपर, एक आई स्कैनर, 2 सीएससी का सर्टिफिकेट, एक चार्जर तथा एक माउस बरामद किया गया गया.
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क्यों बोली थानाध्यक्ष
इस मामले में थानाध्यक्ष ज्योति ने बताया कि विभिन्न मोबाइल एप के माध्यम से फर्जी अंगूठा बनाकर दोनों गिरफ्तार शातिर लोगों के खाते से अवैध निकासी करते थे. इस मामले में वादी के खाते से 2 लाख 10 हजार रुपये की अवैध निकासी भी की गयी थी. उन्होंने बताया कि दिलीप करीब 2 साल से विभिन्न मोबाइल ऐप के जरिए लोगों के अंगूठे का निशान लेकर उनके खातों से पैसे निकाल रहा था.