डीएम ने सभी प्रखंड मुख्यालयों में कृषक संदेश व सूचना से संबंधित बैनर लगाने का दिया निर्देश
धोरैया के किसान सलाहकार सुनील कुमार पंडित पर होगी विभागीय कार्रवाई
बांका : कृषि विभाग के तत्वावधान में जिलास्तरीय रबी कार्यशाला का आयोजन चंद्रशेखर सिंह नगर भवन में गुरुवार को हुआ. कार्यशाला का शुभारंभ डीएम कुंदन कुमार ने विधिवत दीप प्रज्वलित कर किया.
डीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह जिला कृषि प्रधान है. किसान अगर नयी तकनीक व कृषि से जुड़ी अन्य उत्पादन में हिस्सा लेंगे उनकी आय दोगुनी हो जायेगी. केवल धान व गेहूं से किसान का विकास संभव नहीं है. इसलिए इससे जुड़ी डेयरी, मत्स्य, मशरूम उत्पादन जैसी योजनाओं से जुड़ना होगा. देखा-जाता है कि मौजूदा समय में भी कृषि से संबंधित सरकारी योजनाओं की संपूर्ण जानकारी किसानों के पास नहीं है. नतीजतन, किसान आज भी सरकारी लाभ से वंचित रह जाते हैं.
इसलिए इसके व्यापक प्रचार-प्रसार पर ठोस रणनीति के तहत जुटना होगा. उन्होंने प्रखंड मुख्यालय में कृषि योजना व सूचना से संबंधित पर्याप्त संख्या में बैनर लगाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. साथ ही जिला जन-संपर्क विभाग से भी इसके लिए सहयोग लेने को कहा. उन्होंने एक ही किसानों को योजनाओं का बार-बार लाभ देने पर रोक लगाने की बात कही. उन्होंने डीजल अनुदान सहित अन्य योजनाओं से जुड़ी सूची समर्पित करने का निर्देश दिया. कहा कि सूची के अनुसार इसकी समीक्षा की जायेगी व बार-बार एक ही किसान को लाभ देने वाले संबंधित कर्मी के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की जायेगी.
जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने रबी महोत्सव के लक्ष्य की जानकारी दी. साथ ही लक्ष्य पूर्ति के लिए आवश्यक बात बतायी. इस मौके प्रमंडल के संयुक्त निदेशक शंकर कुमार चौधरी, केवीके समन्वयक डॉ कुमारी शारदा, आत्मा निदेश राम कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी व किसान प्रमुख रूप से मौजूद थे.
नयी तकनीक की जानकारी किसान को देने पर बल . डीएम ने धान, गेहूं, मक्का, दलहन व तेलहन की उत्पादकता बढ़ाने के लिए विकसित तकनीकों का प्रचार -प्रसार पर बल दिया. कहा कि नयी तकनीक न केवल समय बल्कि व्यय भी बचायेगा. इसलिए किसानों की इसकी संपूर्ण जानकारी देना बेहद आवश्यक है. वहीं उन्होंने कहा कि प्रखंड क्षेत्र के झिरवा की महिलाएं मशरूम उत्पादन में काफी सफल हैं. इसलिए इस गांव को मशरूम गांव के रूप में विकसित करने की प्रयास जारी है.
औषधि खेती के रूप में विकसित होगा जिले का 46000 हेक्टेयर भूमि . जिले में 46 हजार हेक्टेयर भूमि परती पड़ी हुई है. इसे उपयोगी बनाने के लिए जिला प्रशासन संकल्पित है. डीएम ने कहा कि इस जमीन में औषधि की खेती की जायेगी. फिलहाल एक एकड़ में लेमन ग्रास की खेती शुरू की गयी है. उन्होंने कहा की मोती उत्पादन की शुरुआत भी यहां की जायेगी. जिसके लिए प्रतिभागी को उड़ीसा प्रशिक्षण के लिए भेजने की तैयारी है.
धोरैया किसान सलाहकार पर होगी कार्रवाई . डीएम ने धोरैया प्रखंड के किसान सलाहकार सुनील कुमार पंडित को कार्य में रुचि नहीं लेने के आरोप में कार्रवाई का निर्देश दिया. साथ ही अन्य कृषि सलाहकार को कार्य के प्रति ईमानदारी बरतने की हिदायत दी. कहा कि शिकायत और आरोप तय होने के बाद सीधी कार्रवाई की जायेगी.
साप्ताहिक कैलेंडर निर्माण का दिया निर्देश
संयुक्त निदेशक श्री चौधरी ने कहा कि किसानों को सही में योजनाओं की संपूर्ण जानकारी नहीं मिलती है. इसलिए किसान सलाहकार एक ठोस प्लान के तहत किसानों के बीच पहुंचे. उन्होंने बीएओ को एक साप्ताहिक कैलेंडर बनाने का निर्देश दिया. जिसमें यह जानकारी अंकित की जायेगी की कौन किसान सलाहकार, किस ग्राम में पहुंचकर किसानों को योजनाओं की जानकारी देनी है. साथ ही प्रत्येक शनिवार को समीक्षा का भी निर्देश दिया.
वैज्ञानिकों ने दी आवश्यक जानकारी
रबी कार्यशाला के दौरान केवीके वैज्ञानिक ने किसानों को गेहूं खेती की आवश्यक जानकारी दी. डॉ सुनीता कुशवाहा ने कहा कि ऑक्सीटोसिन के प्रयोग से फल व सब्जियों में कोई भी वृद्धि नहीं होती है. उन्होंने ऑक्सीटोसिन उपयोग नहीं करने की बात कही. डा. रघुवर साहु ने जीरो टिलेज से गेहूं की खेती व खरपतवार नियंत्रण की विस्तृत जानकारी दी.