मल्टीनेशनल कंपनी खरीदेगी बांका में उत्पादित औषधीय पौधे

बांका : बंजर भूमि को पल्लवित करने के लिए अभिनव प्रयास शुरू कर दिया गया है. जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने इसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया है. जानकारी के मुताबिक जिले में करीब 48 हेक्टेयर भूमि में औषधीय पौधों की खेती की शुरुआत जल्द ही शुरू कर दी जायेगी. किसानों को इसके लिए जागरूक करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2017 5:28 AM

बांका : बंजर भूमि को पल्लवित करने के लिए अभिनव प्रयास शुरू कर दिया गया है. जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने इसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया है. जानकारी के मुताबिक जिले में करीब 48 हेक्टेयर भूमि में औषधीय पौधों की खेती की शुरुआत जल्द ही शुरू कर दी जायेगी. किसानों को इसके लिए जागरूक करने के साथ प्रशिक्षण व मार्केटिंग की सुविधा भी प्रदान की जायेगी. पौधे की खरीद एमएनसी कंपनी केनकोर को टाइअप किया गया है,

जो किसानों का उत्पादन सुनिश्चित कर तयशुदा कीमत अदा करेंगे. मौजूदा समय में चांदन प्रखंड के उतरी वारने में कई एकड़ भूमि में इसकी खेती शुरू कर दी गयी है. एक किसान ने करीब 50 हजार लेमन ग्रास के पौधे लगाये हैं. जानकार की मानें तो औषधीय पौधों की खेती अन्य फसलों से अधिक मुनाफा देती है. लेमन ग्रास के एक लीटर तेल की कीमत एक हजार से 1200 के करीब है. ये पौधे हाथों-हाथ बिक जाते हैं, केवल किसान को जागरूक होकर कदम बढ़ाने होंगे. विशेषज्ञ के मुताबिक एक हेक्टेयर पौधे की खेती से सवा लाख की शुद्ध आमदनी हो सकती है. मौजूदा समय में चांदन, समुखिया, कटोरिया, बौंसी व ककवारा में बड़े पैमाने पर औषधि खेती की शुरुआत की जायेगी.

जिले के 48 हजार बंजर भूमि में औषधीय पौधों की खेती के लिए तैयार किया गया मास्टर प्लान
एमएनसी कंपनी केनकोर से किया गया
है टाइअप
किसानों को किया जायेगा प्रशिक्षित
जिले को औषधीय पौधों के उत्पादन का हब बनाने के लिए कई चरणों में प्रक्रिया चलेगी. विभागीय जानकारी के मुताबिक किसान को औषधीय पौधों की खेती की नयी-नयी तकनीक सिखायी जायेगी. आत्मा के माध्यम से जगह-जगह प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी. कौशल विकास के माध्यम से भी औषधीय पौधों की खेती के प्रति किसानों को प्रेरित किया जायेगा. विभागीय जानकारी के मुताबिक लेमन ग्रास के साथ ही कई तरह की अन्य औषधीय पौधों की खेती की जायेगी. बीज व पौधे के लिए भी बड़े-बड़े प्लांट से चर्चा की जा रही है.

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