फर्जी आइडी पर बन रहे रेल टिकट का भंडाफोड़, ऑपरेटर गिरफ्तार

आरपीएफ व क्राइम ब्रांच के संयुक्त छापेमारी में साइबर अपराध का हुआ खुलासा कैफे से 15 टिकट व अन्य कागजात जब्त बांका : रेलवे पुलिस फोर्स व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने बुधवार को शहर के मिश्रा इंटरप्राइजेज में छापेमारी की. इस दौरान फर्जी आइडी पर रेल टिकट बनाने का बड़ा खुलासा सामने आया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2017 6:26 AM

आरपीएफ व क्राइम ब्रांच के संयुक्त छापेमारी में साइबर अपराध का हुआ खुलासा

कैफे से 15 टिकट व अन्य कागजात जब्त
बांका : रेलवे पुलिस फोर्स व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने बुधवार को शहर के मिश्रा इंटरप्राइजेज में छापेमारी की. इस दौरान फर्जी आइडी पर रेल टिकट बनाने का बड़ा खुलासा सामने आया. टीम ने मौके से ऑपरेटर सहित 15 टिकट व संदिग्ध कागजात जब्त कर ली. साथ ही टीम ने रेल थाना में इसकी प्राथमिकी दर्ज कर दी, जबकि संचालक अब तक फरार है. पुरानी ठाकुरबाड़ी के समीप संचालित मिश्रा इंटरप्राइजेज में सुबह करीब 11 बजे छापेमारी टीम ने धावा बोल दिया. जांच टीम में सदर थाना की भी पुलिस शामिल थी.
इस कैफे पर जांच टीम की नजर लंबे समय से थी. यह टीम नियमित रूप से आइडी को ट्रैक कर रही थी. इसी दौरान छापेमारी की योजना बनायी गयी. छापेमारी के समय दुकान से फर्जी आइडी पर तैयार करीब 15 रेल टिकट को बरामद कर लिया गया. साथ ही दर्जन भर से अधिक आइडी की जानकारी भी खंगाली गयी. कैफे में काम कर रहे ऑपरेटर से भी टीम ने
फर्जी आइडी पर…
लंबी पूछताछ की. टीम ऑपरेटर रोहित कुमार को भी साथ ले गयी. टीम के मुताबिक एक आइडी पर टिकट काटने की क्षमता निर्धारित है. नियम के तहत रेल टिकट आइडी पर कोई व्यक्ति पांच से अधिक टिकट नहीं बना सकता है. वे भी टिकट अपने पारिवारिक सदस्य की ही होनी चाहिए. लेकिन, संबंधित कैफे से एक साथ दर्जनों टिकट काटे जाते थे. बताया गया कि यहां एक आइडी पर सबसे अधिक 76 टिकट बनाये गये थे. इसके आरोप में आइआरसीटीसी के तहत मामला दर्ज किया गया. टीम में आरपीएफ एसआइ कुलदीप, अपराध सूचना शाखा, मालदह आरपीएफ के नीरज कुमार, एसआइ प्रदीप कुमार सिंह, सदर थाना के एएसआइ अरुण कुमार सहित आधा दर्जन पुलिस जवान शामिल थे.
27 अक्तूबर को भी दर्ज हो चुका है मुकदमा
फर्जी आइडी पर रेल टिकट बनाकर मोटी रकम का चस्का मिश्रा इंटर प्राइजेज को लग चुका था. लंबे समय से शहर में अपनी पैठ जमाने के बाद आखिरकार टीम की टेढ़ी नजर इस पर पड़ ही गयी. टीम के मुताबिक लिमिट से अधिक रेल टिकट काटने के आरोप में संचालक पर 27 अक्तूबर को भी मुकदमा दर्ज कराया गया था. लेकिन, इसके बावजूद मोटी कमाई की आदत नहीं सुधरी. नतीजतन, टीम ने छापेमारी कर दुकान बंद कर दिया.
क्या कहते हैं अधिकारी
मिश्रा इंटर प्राइजेज सह कैफे में लंबे समय से आइआरसीटीसी के साइड से बनाये जा रहे रेल टिकट की जांच की जा रही थी. इसमें पाया गया कि इनके ओर से एक आइडी से दर्जनों लोगों का टिकट बनाया जा रहा था. रेलवे टिकट ट्रैकिंग के आधार पर छापेमारी की गयी. मौके से दर्जनों टिकट के साथ ऑपरेटर को पकड़ा गया. टीम ने अन्य कई बिंदुओं की जांच की है, जिस पर अनुसंधान जारी है. फिलहाल संचालक फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
अनिल कुमार सिंह, इंस्पेक्टर, आरपीएफ

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