कुशीनगर की घटना से बांका में भी चिंतित हैं अभिभावक

बांका : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर रेलवे क्रांसिग पर मानव रहित फाटक के खुला रहने के कारण एक स्कूली भान ट्रेन के चपेट पर आ गई. जिस घटना में 12 छात्र की मौके पर दर्दनाक मौत हो गयी. जबकि अन्य स्कूली बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गया. इस घटना का असर बांका में भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2018 6:34 AM

बांका : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर रेलवे क्रांसिग पर मानव रहित फाटक के खुला रहने के कारण एक स्कूली भान ट्रेन के चपेट पर आ गई. जिस घटना में 12 छात्र की मौके पर दर्दनाक मौत हो गयी. जबकि अन्य स्कूली बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गया. इस घटना का असर बांका में भी देखने को मिल रहा है. बताते चले कि बांका में मंदारहिल व बांका भागलपुर ट्रेनमार्ग का परिचालन हो रहा है. हलांकि मानव रहित एक भी समपार नहीं है. लेकिन शहर स्थित संतजोसफ स्कूल के पास ट्रेन की समय में ही स्कूल भी लगती है.

जहां कई बार समपार बंद रहने के बावजूद भी अक्सर बच्चे व अभिभावक समपार के नीचे से गुजरते देखा जा रहा है. जिसके कारण किसी भी दिन कोई भी हादसा से इंकार नहीं किया जा सकता है. स्थानीय लोगों की माने तो इस तरह की घटना का कोई भी शिकार हो सकता है. इसके लिए लोगों में जागरूकता फैलाने की सख्त आवश्यकता है. उधर यूपी की घटना को लेकर शहर के कई बुद्धिजीवियों एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस घटना के लिए रेवले प्रशासन को जिम्मेवार ठहराया है. इसको लेकर आप पार्टी के बांके बिहारी व राजद के अनिरूद्ध यादव ने रेलवे मंत्री से इस्तीफा देने की मांग की है. साथ ही मृतक छात्र के परिजनों को 2-2 लाख रूपया अलग से मुआवजा देने व उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.

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