चांदन नदी का पूर्वी तटबंध क्षतिग्रस्त,दहशत में ग्रामीण
बांका : बाढ़ व सुखाड़ को लेकर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने बांका में बैठक कर इस तरह की आपदा से निबटने के लिए कई जरूरी व अहम निर्देश जारी किये हैं, लेकिन बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बौंसी के द्वारा अभी भी इसकी तैयारी आधी अधूरी नजर आ रही है. बताते चलें कि चांदन नदी का […]
बांका : बाढ़ व सुखाड़ को लेकर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने बांका में बैठक कर इस तरह की आपदा से निबटने के लिए कई जरूरी व अहम निर्देश जारी किये हैं, लेकिन बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बौंसी के द्वारा अभी भी इसकी तैयारी आधी अधूरी नजर आ रही है. बताते चलें कि चांदन नदी का पूर्वी तटबंध आज भी क्षतिग्रस्त है. कुनौनी व बलारपुर गांव के समीप चांदन नदी का बीट एरिया क्षतिग्रस्त है. करीब सौ चैन तक चांदन नदी का यह पूर्वी तटबंध कई जगहों पर पूर्णत: क्षतिग्रस्त हो गया है. समय से अगर यहां मरम्मती नहीं करायी गयी, तो कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जायेगा.
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बौंसी के सहायक अभियंता ने बताया है कि कुनौनी व बलारपुर के पास तटबंध क्षतिग्रस्त है. इंजीनियर की टीम ने क्षेत्र का दौरा किया है. उक्त जगह पर बालू से भरे बैग से एंटी एरोजोन कार्य को पूरा किया जायेगा. क्षतिग्रस्त तटबंध का जीर्णोद्धार कार्य एक सप्ताह में पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
आरके पुष्कर, सहायक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बौंसी
भारी बारिश हुई तो बलारपुर सहित आधा दर्जन गांवों में आ सकती है बाढ़
जिले में माॅनसूनी वर्षा की शुरुआत हो चुकी है. सोमवार को दिन भर झमाझम बारिश होती रही, जल्द ही यहां की सभी नदियां उफान पर होगी. अगर इसी तरह की स्थिति बनी रही तो चांदन नदी का यह पूर्वी तटबंध पहले ही पानी में ध्वस्त हो जायेगा. बताते चले कि इस तटबंध के टूट जाने पर यहां के बलारपुर, कुनौनी सहित करीब आधा दर्जन गांव में पानी घुस जायेगा. स्थानीय ग्रामीण राजकिशोर यादव, अवधेश यादव, रवि यादव, रघुनंदन मंडल, अमरनाथ भारती, लक्ष्मण राणा आदि ने जिला प्रशासन से शीघ्र तटबंध मरम्मत की मांग की है.
कबीर अंत्येष्टि की राशि देने गये मुखिया परिवार को पीड़ित ने लौटाया
बाराहाट : प्रखंड क्षेत्र के सोनडीहा उत्तरी पंचायत के बाराहाट गोढी टोला स्थित दिव्यांग परिवार के एक सदस्य के इंतकाल के बाद कबीर अंत्येष्टि की राशि में मुखिया पुत्र के द्वारा कमीशन लेने की बात उजागर होने पर सोमवार को पूरे दिन मुखिया व उनका परिवार इस मामले के डैमेज कंट्रोल में जुटा रहा. रविवार को जब इस मामले की जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उस वक्त मुखिया व उनका पुत्र कार्तिक कुमार अपना पक्ष रखने से कतराते रहे.
लेकिन प्रभात खबर के अंक में दो जून को प्रकाशित खबर के बाद स्थानीय प्रशासन मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है. वही मुखिया व उनके परिवार के सदस्यों ने सोमवार को खबर पढ़ने के साथ ही पीड़ित के घर पहुंच गये और उन्हें बतौर कमीशन में लिये गये एक हजार रुपया वापस करने लगे. लेकिन मृतका के पति अपनी बेटी के बाहर जाने का हवाला देते हुए मुखिया से राशि लेने से साफ इंकार कर गये. हालांकि इस मामले में बीडीओ ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.