सदन नहीं पहुंचे 16 सदस्य, जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की बची कुर्सी

बांका : जिप अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह व उपाध्यक्ष अर्चना सिंह अपनी कुर्सी को बचाने में सफल रहे. अब उनका शेष कार्यकाल बिना बाधा अनवरत जारी रहेगा. बुधवार को डीएम कुंदन कुमार के नेतृत्व में जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर समाहरणालय सभागार में सदन लगाया गया. परंतु नियत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2018 5:17 AM

बांका : जिप अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह व उपाध्यक्ष अर्चना सिंह अपनी कुर्सी को बचाने में सफल रहे. अब उनका शेष कार्यकाल बिना बाधा अनवरत जारी रहेगा. बुधवार को डीएम कुंदन कुमार के नेतृत्व में जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर समाहरणालय सभागार में सदन लगाया गया. परंतु नियत समय पर महज नौ सदस्य ही मौजूद रहे. यहां तक कि जिप अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित 16 जिप सदस्य भी सदन नहीं पहुंचे.

नतीजतन, डीएम ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए मानक के अनुरूप जिप सदस्यों की उपस्थिति नहीं होने पर इस प्रस्ताव को रद्द कर दिया. जानकारी के मुताबिक जिप सदस्यों को सदन में आने के लिए कई बार माइकिंग भी किया गया. परंतु नौ के अलावा दसवां जिला पार्षद कहीं नजर नहीं आया. जिसके बाद जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की कुर्सी पर मंडरा रहा खतरा समाप्त हो गया. जानकारी के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए सदन में जिप सदस्यों की उपस्थिति 51 फीसदी होनी चाहिए. जिसके मुताबिक 25 जिप सदस्यों में अविश्वास प्रस्ताव के लिए न्यूनतम 13 सदस्यों की उपस्थिति जरुरी थी.

लेकिन सदन में महज नौ सदस्य ही पहुंचे. वहीं अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने पर जहां विरोधी खेमा में मायूसी देखी गयी, वहीं जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के गुट में जश्न का माहौल दिखा. जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को उनके समर्थकों ने माला पहनाकर बधाई दी. साथ ही समर्थकों ने जमकर अबीर-गुलाल भी उड़ाए. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर समाहरणालय परिसर व आसपास सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था. समाहरणालय परिसर में भी भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. प्रत्येक आने-जाने वालों का पर पैनी नजर रखी जा रही थी. जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को पूर्व को-ऑपरेटिव बैंक अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, भाजपा नेता मनोज यादव, पूर्व जिप उपाध्यक्ष नीलम सिंह, अंगद कुशवाहा सहित अन्य शुभ चिंतकों ने बधाई दी. वहीं अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होने से कई दिग्गज राजनीतिकारों के साथ-साथ मौजूदा जिप सदस्यों को झटका लगा है.

सदन में ये पार्षद ही
रहे मौजूद
धोरैया सोनी सिंह, रजौन सुमन पासवान, फुल्लीडुमर नरेश यादव, बाराहाट सिंपल देवी, बांका तारा देवी, चांदन निशा शालिनी, अमरपुर उषा देवी, धोरैया रफीक आलम, कटोरिया इंद्रा गुप्ता.
सदन में इन पार्षदों ने रखी बात
जिप सदस्य सिंपल देवी ने सदन में कहा कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सभी सदस्यों की उपस्थिति जरूरी थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अविश्वास प्रस्ताव लगाने वाले सदस्य स्वयं ही सदन से बाहर रहे. जो सदन के गरिमा के विरुद्ध है. सदस्यों की शत प्रतिशत उपस्थिति किन कारणों से नहीं रही इसे गंभीरता से देखने की जरूरत है. जिप सदस्य रफीक आलम ने कहा कि जिन छह पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन दिया, उनकी उपस्थिति शून्य रही. यह गंभीर विषय है. इसकी जांच होनी चाहिए. इसके अलावा कुछ सदस्यों ने जिप सदस्यों को धमकाने व अंडर ग्राउंड रखने की भी शिकायत की.

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