लोकसभा चुनाव : नीतीश बोले- बिजली आने से भूत भी भाग जाता है, अब लालटेन की जरूरत नहीं
बांका/भागलपुर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू प्रत्याशी गिरिधारी यादव के पक्ष में बुधवार को बांका व भागलपुर लोकसभा क्षेत्र में तीन चुनावी सभाओं को संबोधित किया. पहली सभा अमरपुर सिहुड़ी मोड़ के समीप बलुआचक चक मैदान में, दूसरी सभा रजौन हाई स्कूल के मैदान व तीसरी सभा जगदीशपुर (भागलपुर) हाई स्कूल के […]
बांका/भागलपुर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू प्रत्याशी गिरिधारी यादव के पक्ष में बुधवार को बांका व भागलपुर लोकसभा क्षेत्र में तीन चुनावी सभाओं को संबोधित किया. पहली सभा अमरपुर सिहुड़ी मोड़ के समीप बलुआचक चक मैदान में, दूसरी सभा रजौन हाई स्कूल के मैदान व तीसरी सभा जगदीशपुर (भागलपुर) हाई स्कूल के मैदान में हुई. मुख्यमंत्री ने अपनी सभाओं में केंद्र व राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं को जनता के समक्ष रखा, साथ ही विपक्षी पर जमकर हमला बोला.
नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष केवल जुबानी जंग में हैं. ऐसे शब्दों का प्रयोग हो रहा है, जो काफी चिंतनीय हैं. मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार की तारीफ में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की इज्जत व प्रतिष्ठता बढ़ायी है. मुख्यमंत्री ने सात निश्चय योजना पर भी अपनी बातें रखी और कहा कि एक-एक गली का पक्कीकरण किया जा रहा है. 31 दिसंबर 2018 तक हर घर बिजली देने का वादा किया था. यह वादा अक्तूबर 18 में ही पूरा हो गया. बिजली जब नहीं थी तब लोगों को अंधेरों से डर लगता था. बड़े-बुजुर्ग बच्चों को कहते थे कि बाहर मत जाओ भूत है, लेकिन अब बिजली आने से भूत भी भाग गया तो अब लालटेन की क्या जरूरत है.
सीएम नीतीश ने कहा कि अब सूबे में खाद की किल्लत नहीं होगी. बरौनी में खाद का उत्पादन होगा और यहां से दूसरे राज्य के किसान भी लाभ उठायेंगे. नीतीश ने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि कुछ लोग राजनीति में केवल भ्रष्टाचार कर धन अर्जित करने के मकसद से आये और देख सकते हैं उनका हर्ष. बापू ने इस आचरण को पाप करार दिया है. इसीलिए वे सात सामाजिक पाप को जगह-जगह अंकित करवाने का काम किये हैं.
हमारा मकसद समाजसेवा, उनका उद्देश्य मेवा खाना
जगदीशपुर के हाइस्कूल मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हमने कभी किसी को अपशब्द नहीं कहा. लेकिन विपक्षी सोशल मीडिया पर अपशब्द लिखते और बोलते भी हैं. बिना किसी का नाम लेते हुए कहा कि हमारा मकसद समाजसेवा का है और उनका उद्देश्य सत्ता पाना और फिर मेवा खाना है. उनके कार्यकाल से पहले भागलपुर में सिर्फ 111 हाइस्कूल थे, जबकि आज 221 हैं. पहले महिलाओं को मान-सम्मान नहीं मिलता था. लेकिन आज महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मिला हुआ है. एक करोड़ महिलाएं जीविका से जुड़ कर समूह में काम कर रही हैं. बिहार में जहां भी जायेंगे, पुलिस में महिलाओं की संख्या दिखेंगी.
नीतीश कुमार ने कहा, प्लस टू स्तर तक शिक्षा में लड़कियों की संख्या ही नहीं बढ़ी, बल्कि महादलित, दलित व अल्पसंख्यक परिवार के स्कूल न जानेवाले 12.5 प्रतिशत बच्चे भी स्कूल जाने लगे. उच्च शिक्षा में बच्चों की भागीदारी बढ़ाने के लिये स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की. अब हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, हर अनुमंडल में आइटीआइ और हर पंचायत में हाइस्कूल स्थापित करने का काम शुरू कर दिया गया है. वहीं नरेंद्र मोदी की सरकार ने किसानों को खेती करने के लिए सहायता कर रही है. केंद्र की सरकार ने न सिर्फ देश के अंदर काम किया, बल्कि देश की प्रतिष्ठा भी बढ़ायी है. आज वे केंद्र व राज्य सरकार के काम के बदले वोट के रूप में मजदूरी मांगने आये हैं.
बांका उन्नयन पूरे बिहार में होगा लागू
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बांका उन्नयन की तारीफ करते हुए कहा कि बांका में उन्नयन के तहत जो स्मार्ट क्लास दी जा रही है, वह काफी विकसित प्रणाली है. बांका से शुरू इस अभियान को पूरे राज्य में लागू किया जायेगा. कहा कि शिक्षा की दिशा में उनकी सरकार लगातार काम कर रही है. पोशाक व साइकिल की योजना के बाद विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बढ़ी है. 2008 में एक लाख 70 हजार बच्चे स्कूल आते थे अब इसकी संख्या नौ लाख से अधिक हो गयी है.