बांका के रास्ते होती है मादक पदार्थों की अंतरराष्ट्रीय तस्करी

बौंसी : मादक द्रव्यों की तस्करी का सुरक्षित व सेफ जोन कहे जाने वाले झारखंड के समीपवर्ती भलजोर बॉर्डर से प्रवेश करने वाले बड़े गिरोह का दूसरी बार एसटीएफ व बांका पुलिस ने पर्दाफाश किया है. जानकारी हो कि इसके पूर्व 2017 में एसटीएफ ने एक ट्रक पर विदेशी शराब ले जा रहे बड़े खेप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2019 7:26 AM

बौंसी : मादक द्रव्यों की तस्करी का सुरक्षित व सेफ जोन कहे जाने वाले झारखंड के समीपवर्ती भलजोर बॉर्डर से प्रवेश करने वाले बड़े गिरोह का दूसरी बार एसटीएफ व बांका पुलिस ने पर्दाफाश किया है.

जानकारी हो कि इसके पूर्व 2017 में एसटीएफ ने एक ट्रक पर विदेशी शराब ले जा रहे बड़े खेप को भलजोर बॉर्डर के समीप पकड़ा था. बताया जाता है कि उस वक्त ट्रक में चालक की सीट के पीछे एक बड़ा सा बॉक्स बनाकर रॉयल स्टैग शराब को इस तरीके से छुपा कर रखा गया था कि किसी को इसकी भनक न लगे. उस वक्त करीब 32 सौ लीटर विदेशी शराब को एसटीएफ और बांका पुलिस ने बरामद किया था.
हालांकि ट्रक के ऊपर पशु चारे के रूप में इस्तेमाल होने वाला भूसा का ढेर रख दिया गया था, ताकि पुलिस को इसकी भनक तक न लगे. इस गिरोह का कारोबार देवघर (झारखंड) स्थित संचालित होने वाली एक बोतल बंद पेयजल फैक्ट्री से जुड़ा था, जो दरअसल बोतल बंद पानी के नाम पर बड़े पैमाने पर नकली शराब का निर्माण कर बिहार के विभिन्न हिस्से में तस्करी के जरिए उन्हें भेजने का कारोबार चला रहा था.
सूत्रों की मानें तो शराब, बालू, गांजा के साथ-साथ अन्य कई अवैध चीजों का अंतर्राष्ट्रीय तस्करों द्वारा इस मार्ग से तस्करी कर बांका जिले होते हुए बिहार के अन्य जिलों में प्रवेश कर जाते हैं.
समय-समय पर पुलिसिया कार्रवाई के बावजूद ऐसे बड़े तस्करों का मनोबल अभी तक नहीं टूट पाया है. यही वजह है कि अपराधी अपराध की दुनिया में अपना पांव जमा चुके हैं. जो बांका पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है.
गुरुवार की घटना में गिरफ्तार गांजा माफिया नवगछिया के बिहपुर निवासी रंजीत चौधरी के बारे में बताया जाता है कि वो आठवीं कक्षा की पढ़ाई के बाद अपराध से जुड़ गया. मादक द्रव्यों की तस्करी से रसुकदार बन गये हैं.
इनकी गिरफ्तारी से एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश होने की संभावना प्रबल हो गयी है. बताया जाता है कि रंजीत का एक पार्टनर पूर्णिया में भी मौजूद है, जो अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा सका है. हालांकि इस बड़ी कार्रवाई से एक बार फिर गांजा माफिया की कमर टूट चुकी है.

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