जिले के 10 गांवों में विकसित होगा बायोटेक किसान हब
विभांशु, बांका : किसानों की आय दोगुनी करने के लिए बांका में बायोटेक किसान हब विकसित किया जायेगा. इसके लिए दो वर्ष के अंतर्गत कुल 48 लाख रुपये खर्च की जायेगी. केन्द्र सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने बांका सहित सूबे के छह जिलों का चयन इस योजना के अंतर्गत किया है. बिहार कृषि विविद्यालय, सबौर […]
विभांशु, बांका : किसानों की आय दोगुनी करने के लिए बांका में बायोटेक किसान हब विकसित किया जायेगा. इसके लिए दो वर्ष के अंतर्गत कुल 48 लाख रुपये खर्च की जायेगी. केन्द्र सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने बांका सहित सूबे के छह जिलों का चयन इस योजना के अंतर्गत किया है. बिहार कृषि विविद्यालय, सबौर के निर्देशन में कृषि विज्ञान केन्द्र बायोटेक किसान हब को विकसित करेगा.
इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश भेज दिया गया है. केवीके के मुताबिक बॉयोटेक किसान हब की परिकल्पना बायोटेक विभाग की प्रोग्राम स्टियरिंग एंड मॉनिटरिंग कमेटी की एक बैठक विगत माह की गयी है. इसके अनुसार चयनित जिलों में पारम्परिक खेती कर रहे किसानों को उससे इतर उन्नत प्रजाती की फसलों की खेती के लिए जागरूक करते हुए इस योजना से जोड़ा जायेगा. जिले की मिट्टी व जलवायु को देखते हुए फसल व स्वरोजगार का चयन कर लिया गया है. इस जिले में मुख्य रुप से इस पद्धति के तहत मशरुम, मधुमक्खी व बकरी पालन किया जायेगा.
बायोटेक किसान हब के लिए दस गांव का चयन जल्द
बायोटेक किसान हब योजना को जिले के प्रमुख रुप से 10 गांव में आकार दिया जायेगा. चयनित गांव में मधुमक्खी, मशरुम व बकरी पालन के संभावनाओं की तलाश की जायेगी. जहां जो सटिक बैठेगा उसकी शुरुआत कर दी जायेगी. संबंधित रिपार्ट भी सबौर के माध्यम से केन्द्र सरकार को भेजी जायेगी.
शुरूआती दौर में इस योजना के क्रियान्वयन के लिए पर्याप्त राशि दी जायेगी. इस योजना से जुड़े किसानों की आय हर हाल में दोगुनी करने का संकल्प लिया गया है. लिहाजा, किसानों को राशि, प्रशिक्षण के साथ केवीके वैज्ञानिक तकनीक से सहायता प्रदान करेगा.
कृषि विवि सबौर के निर्देशन में केवीके बांका योजना का करेगा क्रियान्वयन
केवीके को दी जाने वाली दो वर्ष की राशि
इंफ्रास्ट्रक्चर- 200,000
यंग प्रोफेशन 1200,000
किसानों का प्रशिक्षण 400,000
एक्टिविटी कॉस्ट 300,0000