समाहरणालय की छत बनी कूड़ादान
फोटो: 4 बांका 3 एवं 4: समाहरणालय के छत पर कूड़े का अंबार, जिससे छत को हो रहा नुकसान-सभी पदाधिकारी इस कार्य से अनजानप्रतिनिधि, बांकाविगत कुछ दिनों पहले समाहरणालय के साहब ने शहर को गंदगी से मुक्त रखने के लिए शहर की ह्दय स्थली गांधी चौक पर झाड़ू लगायी थी. लेकिन इन साहब का जहां […]
फोटो: 4 बांका 3 एवं 4: समाहरणालय के छत पर कूड़े का अंबार, जिससे छत को हो रहा नुकसान-सभी पदाधिकारी इस कार्य से अनजानप्रतिनिधि, बांकाविगत कुछ दिनों पहले समाहरणालय के साहब ने शहर को गंदगी से मुक्त रखने के लिए शहर की ह्दय स्थली गांधी चौक पर झाड़ू लगायी थी. लेकिन इन साहब का जहां ऑफिस है, वह खुद ही कूड़ेदान की शक्ल में नजर आ रहा है. जी हां समाहरणालय की छत पर विभागीय कागज को इस तरह से फेंक दिया गया है, जिससे बारिश के दिन में छत पर पानी का ठहराव इन रद्दी कागज के कारण हो जाता है. लेकिन इन साहब की नजर शायद ही इस गंदगी पर गयी हो. तो क्या फायदा इस दिखावटी झाड़ू लगाने से जब अपना ही घर गंदा है. जिलाधिकारी जहां बैठते हैं, उस समाहरणालय के छत की दुर्दशा देखते ही बनती है. हर ओर गंदगी का आलम है. लेकिन इस ओर किसी पदाधिकारी ने अपनी नजर नहीं फेरी है. पूरे समाहरणालय परिसर में जहां तहा गुटखे की थूक नजर आती. चारों तरफ गंदगी ने अपना पांव पसार लिया है. रोज इन जगहों से डीएम साहब गुजरते हंै. लेकिन उनकी भी दृष्टि इस गंदगी पर नहीं गयी है. एसपी कार्यालय के पीछे हो या डीएम के कार्यालय के पीछे वाला हिस्सा, आपको सब दिख जायेगा. शायद ही इन जगहों की सफाई होती होगी. इस गंदगी की सफाई में शायद ही कोई पदाधिकारी ने दिलचस्पी दिखाई होगी. तो समाहरणालय अंदर गंदगी का ऐसा हाल ना होता. इएलिए ऐसे में भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सफाई अभियान को ग्रहण बांका समाहरणालय में लगाया जा रहा है.