भूरना के लोग ग्रामीण चिकित्सक के भरोसे

बाराहाट: सरकार चिकित्सा सेवा पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन बाराहाट प्रखंड अंतर्गत भुरना पंचायत में स्वास्थ्य सेवा की बदतर स्थिति को देखने से नहीं लगता कि करोड़ों रुपये का विकास धरातल पर हो भी रहा है. यहां लोग आज भी ग्रामीण चिकित्सक पर निर्भर हैं. पंचायत में बड़ी तादाद में अल्पसंख्यक भाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2014 10:02 PM

बाराहाट: सरकार चिकित्सा सेवा पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन बाराहाट प्रखंड अंतर्गत भुरना पंचायत में स्वास्थ्य सेवा की बदतर स्थिति को देखने से नहीं लगता कि करोड़ों रुपये का विकास धरातल पर हो भी रहा है. यहां लोग आज भी ग्रामीण चिकित्सक पर निर्भर हैं.

पंचायत में बड़ी तादाद में अल्पसंख्यक भाई व महादलित भाई रहते हैं. जिला मुख्यालय से दुरी को ध्यान में रख कर यहां केनुआटीकर में स्वास्थ्य उप केंद्र स्थापित किया गया, लेकिन स्थापित स्वास्थ्य केंद्र विभाग के लापरवाही की वजह से उक्त स्वास्थ्य केंद्र शोभा की वस्तु बनी हुई है. ग्रामीण बाबू लाल दास, बबलु सिंह,महेंद्र यादव, अनुप प्रसाद सिंह, त्रिपुरारी सिंह,मंछु दास, चुनम देवी ने बताया कि यहां तैनात एएनएम ड्यूटी पर कम दिखती हैं.

कई बार संबंधित कर्मी की शिकायत प्रभारी चिकित्सा प्रभारी से किये जाने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ है. -कहती हैं एएनएम इस संबंध में एएनएम कल्पना कुमारी ने बताया कि उनकी ड्यूटी केंद्र पर सप्ताह में दो दिन सोमवार एवं शनिवार को है, जिसके लिये वो केंद्र पर तय समय पर जाती हैं. -कहते हैं सीएस मामले पर सीएस केपी सिंह ने बताया कि उन्हें इस प्रकार की कोई जानकारी नहीं है. अगर केंद्र की एएनएम केंद्र पर नहीं पहुंच रही है,तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

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