आज भी है सील और पाटी का क्रेज

फोटो : 14 बांका 30 : सील पार्टी की खरीदारी करते लोग.प्रतिनिधि, बौंसी आधुनिकता के दौर में जहां मिक्सर ग्राइंडर हर घर में अपनी जगह बनाता जा रहा हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी शील और पाटी का क्रेज कायम है. मंदार मेले में गोड्डा से आये सील पाटी विक्रेताओं ने अपनी दुकान लगा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2015 10:03 PM

फोटो : 14 बांका 30 : सील पार्टी की खरीदारी करते लोग.प्रतिनिधि, बौंसी आधुनिकता के दौर में जहां मिक्सर ग्राइंडर हर घर में अपनी जगह बनाता जा रहा हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी शील और पाटी का क्रेज कायम है. मंदार मेले में गोड्डा से आये सील पाटी विक्रेताओं ने अपनी दुकान लगा रखी है. जहां भारी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र से आये लोगों की भीड़ जुट रही है. स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करने में मुख्य भूमिका निभाने वाले पत्थर के सील पाटी को अब बिजली से चलने वाले मिक्सर ग्राइंडर ने पीछे नहीं छोड़ा है. गरीब तबके के लोग आज भी इसका उपयोग कर रहे हैं. मेले मे सिल पाटी बेचने आये व्यापारियों का कहना है कि पिछले 30 वर्षों से वे लोग इस मेले में अपना कारोबार करने आते हैं लेकिन अब इसमें फायदा नहीं होता है. मालूम हो कि सी व पाटी का पत्थर सासाराम से लाया जाता है. 400 रुपये प्रति चक्की और 300 से 350 रुपये प्रति सिल पाटी बेचा जा रहा है हालांकि खरीदारों से ज्यादा मेले में इसे देखने वालों की भीड़ लगी रहती है.

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