स्वाइन फ्लू से निबटने को तैयारी पूरी
बांका: सदर अस्पताल में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए एक अलग वार्ड बनाया गया है, जिसमें आठ बेड हैं. हालांकि जिले में अब तक एक भी स्वाइन फ्लू के मामले सामने नहीं आये हैं. सदर अस्पताल में स्वाइन फ्लू से सामना करने के लिए विशेष तैयारी की जा चुकी है. इससे बचाव के लिए […]
बांका: सदर अस्पताल में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए एक अलग वार्ड बनाया गया है, जिसमें आठ बेड हैं. हालांकि जिले में अब तक एक भी स्वाइन फ्लू के मामले सामने नहीं आये हैं. सदर अस्पताल में स्वाइन फ्लू से सामना करने के लिए विशेष तैयारी की जा चुकी है. इससे बचाव के लिए मास्क पहनना जरूरी है. सदर अस्पताल में ए-5 मास्क एवं सामान्य मास्क उपलब्ध है. स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए दवा सदर अस्पताल में उपलब्ध है. स्वाइन फ्लू को चिकित्सक एच-1 एन-1 कहते हैं.
स्वाइन फ्लू एच-1 एन-1 के लक्षण : स्वाइन फ्लू के संक्रमण होने पर तेज बुखार आता है. खांसी में बलगम, बलगम का रंग पीला होता है, पूरे बदन में दर्द, दर्द की दवा खाने पर भी आराम नहीं, कंपकपी वाली ठंड, बहुत ज्यादा थकान होना, बहुत ज्यादा एवं निरंतर छींक आना, सिर में दर्द एवं सांस लेने में तकलीफ इसके मुख्य लक्षण हैं.
बचाव के तरीके
स्वाइन फ्लू से बचाव का प्रथम तरीका है संक्रमित मरीज सार्वजनिक जगहों पर ना जायें, छींक आने पर मुंह पर रूमाल रखें, जहां -तहां नहीं थूकें. इन सावधानियों को बरतने पर स्वाइन फ्लू के संक्रमण को काफी हद तक रोका जा सकता है.
एच-1 एन-1 (स्वाइन फ्लू) के उपचार के लिए सभी तैयारी कर ली गयी है. मास्क दवा व जांच की सभी व्यवस्था पूर्ण है. इसके रोक थाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम बांका स्टेशन पर पहुंचने वाले यात्रियों से पूछताछ करती है. यात्रियों में थोड़ा भी लक्षण महसूस होने पर तुरंत इसकी जांच करवायी जा रही है.
डॉ सुनील कुमार झा, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल