अब तक नहीं खोला गया थाना

बौंसी: पर्यटन स्थल मंदार में सैलानियों की सुरक्षा के लिए पर्यटक थाना खोलने की घोषणा की गयी थी लेकिन राज्य सरकार द्वारा थाना खोलने की बात फाईलों में ही अबतक दबी हुई है. मंदार में पुलिस पिकेट तो पहले से ही था जिसे आज से पांच साल पूर्व हटा लिया गया था. जिसके बाद से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2015 8:36 AM
बौंसी: पर्यटन स्थल मंदार में सैलानियों की सुरक्षा के लिए पर्यटक थाना खोलने की घोषणा की गयी थी लेकिन राज्य सरकार द्वारा थाना खोलने की बात फाईलों में ही अबतक दबी हुई है. मंदार में पुलिस पिकेट तो पहले से ही था जिसे आज से पांच साल पूर्व हटा लिया गया था. जिसके बाद से ही वहां पर असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो गया था. विगत दो तीन सालों में मंदार में गैंगरेप, छेड़छाड़, छिनतई, मूर्तिचोरी सहित कई घटनाएं हुई है.

इसके बाद से ही यहां पर पर्यटन थाना खोलने की बात की जाने लगी. सूबे के पर्यटन मंत्री डा जावेद इकबाल अंसारी द्वारा थाना खोलने की बात कही गयी थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी द्वारा जनवरी माह में रोपवे शिलान्यास के मौके पर शीघ्र थाना खोलने की बात कही गयी थी, लेकिन आज चार माह से ऊपर हो चुका है. घोषणा के बाद भी मामला जस का तस बना हुआ है. हालांकि इस संबंध में बौंसी बाराहाट और पंजवारा थाना द्वारा थाना खोलने हेतु प्रस्तावित पंचायत, ग्राम, जनसंख्या, क्षेत्रफल, नजरी नक्शा, मंदार पर्वत पर विगत पांच सालों से घटित अपराध का आकड़ा व यहां आने वाले पर्यटकों की महीनावर अनुमानित भीड़ की संख्या की सूची मांगी गयी है.

सूत्रों के मुताबिक नवंम्बर 2014 मे बौसी थानाध्यक्ष द्वारा बांका एसपी को मंदार मे थाना निर्माण हेतु कई विवरणी भेजी गई है. जिसके हिसाब से इस थाना क्षेत्र का क्षेत्रफल 3667़17 एकड़, कुल जनसंख्या 2011 के अनुसार 22,366 बताई गयी है. नक्से मे करीब 23 गांवों को इस थाने मे जोड़ने की बात बताई गयी है. मालूम हो की मंदार पर सैलानियों की भीड़ जनवरी माह में करीब 6 लाख हो जाती है. अनुमान के मुताबिक वर्ष भर मे यहां करीब 15 लाख सैलानी आते है. अगर जल्द यहां पर थाने का निर्माण नहीं किया गया तो आने वाले समय मे यहां और भी कई घटनाएं हो सकती हैं. प्रतिदिन यहां प्रेमी युगलों की भीड़ पहुंचती रहती है. कई यात्रियों ने बताया की पर्वत पर हमलोग अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हैं. हालांकी इस दिशा मे जिला प्रशासन द्वारा काफी मेहनत की जा रही है. जरूरत है की बांका संसदिय क्षेत्र के सांसद व विधायक भी इस दिशा में अपना प्रयास तेज करें.

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