बारिश ने फेर दिया किसानों के सपनों पर पानी
धोरैया: बेमौसम बारिश ने किसानों को मजदूर बनने की राह पर चलने को विवश कर दिया है. धोरैया के किसानों की जान सांसत में है. सरकारी दर पर अनुदानित बीज से वंचित किसानों की फसल में दाना नहीं आया. रही सही कसर बेमौसम की बारिश व ओलावृष्टि ने पूरी कर दी. सपने के बिखरने व […]
धोरैया: बेमौसम बारिश ने किसानों को मजदूर बनने की राह पर चलने को विवश कर दिया है. धोरैया के किसानों की जान सांसत में है. सरकारी दर पर अनुदानित बीज से वंचित किसानों की फसल में दाना नहीं आया.
रही सही कसर बेमौसम की बारिश व ओलावृष्टि ने पूरी कर दी. सपने के बिखरने व उम्मीदों के टूटने से किसान हताश हैं. धोरैया प्रखंड के सैकड़ों गांवों के किसान अब दो जून की रोटी के लिए परदेस की ओर रुख कर रहे हैं.
कहते हैं डीएओ
जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि सभी प्रखंडों से रिपोर्ट मंगायी जा रही है. मुआवजा के लिए राज्य सरकार को पत्र प्रेषित किया जा रहा है. सिंचित फसल के लिए नौ हजार प्रति हेक्टेयर व असिंचित फसल के लिए साढ़े चार हजार रुपये मुआवजा देने का प्रावधान है.