क्रोध, लोभ, मोह का करें त्याग : परासर
धोरैया. मनुष्य को अपने जीवन से क्रोध, लोभ व मोह का त्याग करना चाहिये़ लोभ के चक्कर में ही महाभारत हुआ था़ उक्त बातें शनिवार को प्रखंड के चलना गांव स्थित भगवती स्थान परिसर में श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन नेपाल से आये कथावाचक जितेन्द्र पराशर ने कही़ं उन्होंने कहा कि लोभ का त्याग करने […]
धोरैया. मनुष्य को अपने जीवन से क्रोध, लोभ व मोह का त्याग करना चाहिये़ लोभ के चक्कर में ही महाभारत हुआ था़ उक्त बातें शनिवार को प्रखंड के चलना गांव स्थित भगवती स्थान परिसर में श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन नेपाल से आये कथावाचक जितेन्द्र पराशर ने कही़ं उन्होंने कहा कि लोभ का त्याग करने से एक ओर जहां जीवन धन्य होगा, वहीं परिवार में भी सुख, शंति व वैभव का संचार होगा़ कथा को सुनने के लिए आसपास के गांवों के श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है़ प्रतिदिन सुबह 7 से 11 तथा संध्या 8 से 11 बजे तक कथा का आयोजन किया जा रहा है़ कथा के सफल संचालन में संयोजक सह आचार्य जयकृष्ण दास, वकील दास, मनोज दास, सुशील दास, तुलसी दास, सिकंदर दास, शिव नारायण दास, चंद्रिका दास, बद्री दास, भुजंगी दास, कैलाश दास, नंदकिशोर दास, छोटेलाल दास, महेश दास, राजा राम दास, मोहन दास आदि की सराहनीय भूमिका है़ गुरुवार से प्रारंभ हुए कथा का शुभारंभ पर्यटन मंत्री डॉ जावेद इकबाल अंसारी ने किया.