होमगार्डो ने रायफल गोली जमा कराया
सात दिनों से हड़ताल पर हैं होमगार्ड के जवान समान काम के लिए समान वेतन की मांग 237 जवानों ने दी गिरफ्तारी राज्य में 70 हजार होमगार्ड जवान हैं, लेकिन 24 हजार से ही लिया जा रहा काम सरकार पर लगाया उदासीनता का आरोप बांका : पिछले सात दिनों से लगातार जारी हड़ताल के आठवें […]
सात दिनों से हड़ताल पर हैं होमगार्ड के जवान
समान काम के लिए समान वेतन की मांग
237 जवानों ने दी गिरफ्तारी
राज्य में 70 हजार होमगार्ड जवान हैं, लेकिन 24 हजार से ही लिया जा रहा काम
सरकार पर लगाया उदासीनता का आरोप
बांका : पिछले सात दिनों से लगातार जारी हड़ताल के आठवें दिन होम गार्ड के जवानों ने सरकार के अड़ियर रवैये के खिलाफ अपनी राइफल, गोली और डंडे को जमा करा दिये. बिहार रक्षा वाहिनी स्वयं सेवक संघ समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को लेकर पिछले सात दिनों से हड़ताल पर है.
इस दौरान वह लगातार अपना प्रदर्शन भी कर रहे हैं. गुरुवार को होमगार्ड ने विरोध जताते हुए अपनी गिरफ्तारी दी थी. सरकार के उदासीन रवैये पर दुख व्यक्त करते हुए संघ के सचिव विभाष कुमार झा ने कहा कि 15 मई से होमगार्ड अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है जिस कारण जिला प्रशासन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इसके बावजूद भी सरकार की नींद नहीं खुल रही है. राज्य में 70 हजार होमगार्ड जवान है लेकिन मात्र 24 हजार से ही कार्य लिया जाता है. कार्य नहीं मिलने की वजह से यह जवान रोड पर भटकते है. पैसे की तंगी की वजह से इनके परिवार के सामने भूखमरी की स्थित उत्पन्न हो जाती है. बिहार रक्षा वाहिनी अधिनियम 1974 के अनुसार आरक्षी वल के समतुल्य एवं दायित्व है लेकिन सुविधा से वंचित है. भारतीय संविधान की धारा अनुच्छेद 21 में समान कार्य के लिए समान वेतन का प्रावधान है. इसके बावजूद भी आजादी के इतने दिन बीत गये लेकिन सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है.
विरोध करने वालों में नकुल पासवान, सुनील सिंह, अनिरूद्ध मंडल, सच्चिदानंद रविदास, फुलेश्वर यादव, ककवारा के अनिल कुमार सिंह, भदवा के तुलसी गोस्वामी, फुल्लीडुमर के चंदेश्वरी यादव, धोरैया के अशोक सिंह, महुआ के हीरा लाल ठाकुर, शंभुगंज के अमरेंद्र कुमार, भैरो यादव सहित अन्य शामिल थे.